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पानी के काउन्टर, केन और टेंकर संख्या बढ़ाएं - आयुक्त श्री ऋषि गर्ग



*महाकाल क्षैत्र निरीक्षण के दौरान आयुक्त ने अपेक्षित संख्या में अस्थाई शौचालय रखे जाने को कहा



उज्जैन:18/02/2020  आयुक्त श्री ऋषि गर्ग ने मंगलवार को महाकाल मंदिर के आस पास के क्षैत्रों का निरीक्षण किया और महाशिवरात्रि के दृष्टिगत अपेक्षित व्यवस्थाओं के सम्बंध में निगम से सम्बंधित अधिकारियों से विचार विमर्श कर आज शाम तक समस्त व्यवस्थाएं पूर्ण करने के निर्देश दिये।



    सवेरे इन्टरप्रिटिशन सेन्टर से पैदल चलते हुए आयुक्त श्री ऋषि गर्ग ने चारधाम, हरसिद्धी, बड़ा गणेश मंदिर क्षैत्र, भस्मारती द्वार, महाकाल थाना क्षैत्र, भारतमाता मंदिर क्षैत्र, माधव सेवा न्यास परिसर एवं आस पास के उन समस्त क्षैत्रों का सूक्ष्मता से जायजा लिया जहां से श्रृद्धालुजन का आवागमन होता है तथा जिन स्थानों पर श्रृद्धालु एकत्र होते हैं।



    पेयजल व्यवस्था की स्थल पर ही समीक्षा करते हुए आयुक्त श्री ऋषि गर्ग ने निर्देशित किया कि पेयजल व्यवस्था में आशिंक संशोधन करते हुए पेयजल पाईंट बढ़ाए जाएं, केन और टेंकरों की संख्या में भी वृद्धि की जाए। आयुक्त के नए निर्देशों के परिपालन में 10 स्थानों पर पेयजल पाईन्ट स्थापित किये जाकर करीब एक हजार पानी की केन रखवाई जाएंगी। इसी के साथ ही 10-12 पानी के टेंकर विभिन्न पाईंट पर खड़े किये जाएंगे। जलसेवा को बेहतर किये जाने के क्रम में 125 कर्मचारी तैनात किये जाएंगे।



    दूसरी मुख्य आवश्यकता शौचालय सम्बंधी व्यवस्थाओं की समीक्षा करते हुए आयुक्त ने विभिन्न स्थनों का निरीक्षण किया और निर्देशित किया कि पर्याप्त संख्या में अस्थाई शौचालय रखवाए जाएं। जो सार्वजनिक और सुलभ शौचालय महाकाल क्षैत्र और आस पास स्थित हैं उनकी समूचित साफ सफाई कराई जाए। अस्थाई शौचालय जिन स्थानों पर रखे जाएं वहां भूमि समतलीकरण के साथ ही पानी के टेंकर भी रखे जाएं। साथ ही समस्त शौचालयों के स्थलों पर सूचना बोर्ड संकेतक लगवाए जाएं।



    सफाई व्यवस्था के सम्बंध में आयुक्त ने निर्देशित किया कि जिन कर्मचारियों को सफाई व्यवस्था के क्रम में तैनात किया गया है उनका मेट, दारोगा और निरीक्षकों के साथ पृथक पृथक स्थल पर ही मार्गदर्शन करें, उन्हें पर्याप्त उपकरण और संसाधन उपलब्ध कराएं तथा प्रत्येक कर्मचारी की कार्य स्थल पर उपस्थिति सुनिश्चित करें।



    आयुक्त श्री ऋषि गर्ग ने निर्देशित किया कि सहायक नियत्रंण कक्ष चार स्थानों नृसिंहघाट, चारधाम मंदिर, हरसिद्धी की पाल, शंख द्वार के आगे स्थापित किये जाएं। इन नियंत्रण कक्षों पर व्यवस्थित टेंट, कुर्सी टेबल, पानी केन, माईक, इत्यादि की व्यवस्था कराई जा कर शिफ्टवार कर्मचारी तैनात किये जाएं।


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