Skip to main content

जिलाधिकारी श्री सी.रविशंकर एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सेन्थिल अबुदई कृष्णराज एस के साथ होली पर्व के अवसर पर जनपद में कानून एवं शान्ति व्यवस्था बनाये रखने के लिए आबकारी विभाग,पुलिस विभाग,खाद्य विभाग के अधिकारियो के साथ बैठक ली

हरिद्वार। जिलाधिकारी श्री सी.रविशंकर एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सेन्थिल अबुदई कृष्णराज एस के साथ होली पर्व के अवसर पर जनपद में कानून एवं शान्ति व्यवस्था बनाये रखने के लिए आबकारी विभाग,पुलिस विभाग,खाद्य  विभाग के अधिकारियो के साथ बैठक ली।  जिलाधिकारी ने कहा कि होली पर्व के अवसर पर अत्यधिक सर्तकता की आवश्यकता होती है। जिलाधिकारी ने अवैद्य शराब पर अंकुश लगाने के सख्त निर्देश दिये। भांग,चरस, स्मेक आदि की रोकथाम को चेलेन्ज के  रूप मे ले और इस नैटवर्क को तोडने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाये।  उन्होने कहा कि संवेदनशील व अति संवेदनशील स्थानो चिन्हित कर लिया जाए और उसकी सूची उपलब्ध कराते हुये प्रभावी कार्यवाही करे।



 अवैध रूप से बनाये गये दूध,मावा पनीर के आवागमन पर तत्काल प्रभाव से पूर्ण प्रतिबन्ध कड़ाई से लागू करने की कार्यवाही भी सुनिश्चित करने को कहा।जिलाधिकारी ने निर्देश दिये की जनपद के बार्डरों चैक पोस्टों पर विशेष निगरानी रखी जाए तथा सी.सी टी.वी कैमरे स्थापित कर दिये जाए। जिससे प्रत्येक हलचल की जानकारी मिलती रहे। बैठक मेे उपस्थित सभी अधिकारियो को निर्देश दिये कि सभी विभाग आपस मे समन्यव स्थापित कर कार्य करें जिसके परिणाम बेहतर होते है। जिलाधिकारी ने कहा कि बार्डर पर स्थापित चैक पोस्टों पर दुसरे प्रदेश के अधिकारियों के साथ भी बेहतर समन्यव स्थापित करें जिससे प्रभावी कार्यवाही करने मे आसानी होती है। हर क्षेत्र मे क्या तैयारी/कार्यवाही हुयी इसकी समीक्षा की  जायेगी।



  जिलाधिकारी ने कहा कि किसी व्यक्ति/पक्ष/सम्प्रदाय को आपत्ति होने की स्थिति में विवाद उत्पन्न होने की आशंका के दृष्टिगत सतर्कता बरती जाए। मद्यपान की दशा में अपशब्दों का प्रयोग किए जाने की स्थिति में उत्पन्न तनाव व झगड़े की आशंका बनी रहती है जिस पर सतर्कता बरती जाए।    



   सांप्रदायिक सौहार्द बनायें रखने के लिए विशेष प्रयास किए जाए तथा सभी समुदायों के सम्भ्रान्त नागरिकों, एकीकरण समितियों, मौहल्ला शान्ति समितियोंएवं बुद्धिजीवियों आदि की बैठक लेकर उनका सहयोग प्राप्त किया जाए। प्रत्येक थाना स्तर पर शान्ति समितियों की बैठकें अनिवार्य रूप से सुनिश्चित कर ली जाए। जिला मजिस्ट्रेट ने समस्त उप जिला मजिस्ट्रेट एवं पुलिस क्षेत्राधिकारी से संयुक्त रूप से संवेदनशील ग्रामों एवं होलिका दहन स्थल के सम्बन्ध में आशंकित विवादों वाले सम्बन्धित ग्रामों का त्यौहार से पूर्व भ्रमण सुनिश्चित कर लेें।



बैठक मे अपर जिलाधिकारी प्रशासन बी.के मिश्र,अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व के.के.मिश्र.प्रभारी नगर मजिस्ट्रेट शेलेन्द्र सिंह नेगी, कपिल देव खाद्य सुरक्षा अधिकारी लक्सर/नगर निगम हरिद्वार,संतोष कुमार खाद्य सुरक्षा अधिकारी रूडकी,संदीप मिश्रा खाद्य सुरक्षा अधिकारी तहसील,हरिद्वार, तहसीलदार भगवानपुर,रूडकी, तथा आबकारी व पुलिस विभाग के अधिकारी उपस्थित रहे।


Bekhabaron Ki Khabar - बेख़बरों की खबर


Bekhabaron Ki Khabar, magazine in Hindi by Radheshyam Chourasiya / Bekhabaron Ki Khabar: Read on mobile & tablets - http://www.readwhere.com/publication/6480/Bekhabaron-ki-khabar


Comments

मध्यप्रदेश समाचार

देश समाचार

Popular posts from this blog

खाटू नरेश श्री श्याम बाबा की पूरी कहानी | Khatu Shyam ji | Jai Shree Shyam | Veer Barbarik Katha |

संक्षेप में श्री मोरवीनंदन श्री श्याम देव कथा ( स्कंद्पुराणोक्त - श्री वेद व्यास जी द्वारा विरचित) !! !! जय जय मोरवीनंदन, जय श्री श्याम !! !! !! खाटू वाले बाबा, जय श्री श्याम !! 'श्री मोरवीनंदन खाटू श्याम चरित्र'' एवं हम सभी श्याम प्रेमियों ' का कर्तव्य है कि श्री श्याम प्रभु खाटूवाले की सुकीर्ति एवं यश का गायन भावों के माध्यम से सभी श्री श्याम प्रेमियों के लिए करते रहे, एवं श्री मोरवीनंदन बाबा श्याम की वह शास्त्र सम्मत दिव्यकथा एवं चरित्र सभी श्री श्याम प्रेमियों तक पहुंचे, जिसे स्वयं श्री वेद व्यास जी ने स्कन्द पुराण के "माहेश्वर खंड के अंतर्गत द्वितीय उपखंड 'कौमारिक खंड'" में सुविस्तार पूर्वक बहुत ही आलौकिक ढंग से वर्णन किया है... वैसे तो, आज के इस युग में श्री मोरवीनन्दन श्यामधणी श्री खाटूवाले श्याम बाबा का नाम कौन नहीं जानता होगा... आज केवल भारत में ही नहीं अपितु समूचे विश्व के भारतीय परिवार ने श्री श्याम जी के चमत्कारों को अपने जीवन में प्रत्यक्ष रूप से देख लिया हैं.... आज पुरे भारत के सभी शहरों एवं गावों में श्री श्याम जी से सम्बंधित संस्थाओं...

आधे अधूरे - मोहन राकेश : पाठ और समीक्षाएँ | मोहन राकेश और उनका आधे अधूरे : मध्यवर्गीय जीवन के बीच स्त्री पुरुष सम्बन्धों का रूपायन

  आधे अधूरे - मोहन राकेश : पीडीएफ और समीक्षाएँ |  Adhe Adhure - Mohan Rakesh : pdf & Reviews मोहन राकेश और उनका आधे अधूरे - प्रो शैलेंद्रकुमार शर्मा हिन्दी के बहुमुखी प्रतिभा संपन्न नाट्य लेखक और कथाकार मोहन राकेश का जन्म  8 जनवरी 1925 को अमृतसर, पंजाब में  हुआ। उन्होंने  पंजाब विश्वविद्यालय से हिन्दी और अंग्रेज़ी में एम ए उपाधि अर्जित की थी। उनकी नाट्य त्रयी -  आषाढ़ का एक दिन, लहरों के राजहंस और आधे-अधूरे भारतीय नाट्य साहित्य की उपलब्धि के रूप में मान्य हैं।   उनके उपन्यास और  कहानियों में एक निरंतर विकास मिलता है, जिससे वे आधुनिक मनुष्य की नियति के निकट से निकटतर आते गए हैं।  उनकी खूबी यह थी कि वे कथा-शिल्प के महारथी थे और उनकी भाषा में गज़ब का सधाव ही नहीं, एक शास्त्रीय अनुशासन भी है। कहानी से लेकर उपन्यास तक उनकी कथा-भूमि शहरी मध्य वर्ग है। कुछ कहानियों में भारत-विभाजन की पीड़ा बहुत सशक्त रूप में अभिव्यक्त हुई है।  मोहन राकेश की कहानियां नई कहानी को एक अपूर्व देन के रूप में स्वीकार की जाती ...

दुर्गादास राठौड़ : जिण पल दुर्गो जलमियो धन बा मांझल रात - प्रो शैलेंद्रकुमार शर्मा

अमरवीर दुर्गादास राठौड़ : जिण पल दुर्गो जलमियो धन बा मांझल रात। - प्रो शैलेन्द्रकुमार शर्मा माई ऐड़ा पूत जण, जेहड़ा दुरगादास। मार मंडासो थामियो, बिण थम्बा आकास।। आठ पहर चौसठ घड़ी घुड़ले ऊपर वास। सैल अणी हूँ सेंकतो बाटी दुर्गादास।। भारत भूमि के पुण्य प्रतापी वीरों में दुर्गादास राठौड़ (13 अगस्त 1638 – 22 नवम्बर 1718)  के नाम-रूप का स्मरण आते ही अपूर्व रोमांच भर आता है। भारतीय इतिहास का एक ऐसा अमर वीर, जो स्वदेशाभिमान और स्वाधीनता का पर्याय है, जो प्रलोभन और पलायन से परे प्रतिकार और उत्सर्ग को अपने जीवन की सार्थकता मानता है। दुर्गादास राठौड़ सही अर्थों में राष्ट्र परायणता के पूरे इतिहास में अनन्य, अनोखे हैं। इसीलिए लोक कण्ठ पर यह बार बार दोहराया जाता है कि हे माताओ! तुम्हारी कोख से दुर्गादास जैसा पुत्र जन्मे, जिसने अकेले बिना खम्भों के मात्र अपनी पगड़ी की गेंडुरी (बोझ उठाने के लिए सिर पर रखी जाने वाली गोल गद्देदार वस्तु) पर आकाश को अपने सिर पर थाम लिया था। या फिर लोक उस दुर्गादास को याद करता है, जो राजमहलों में नहीं,  वरन् आठों पहर और चौंसठ घड़ी घोड़े पर वास करता है और उस पर ही बैठकर बाट...