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शारीरिक शिक्षा एवं खेल विभाग के विद्यार्थियों ने किया केंद्रीय ग्रंथालय का शैक्षणिक भ्रमण

उज्जैन। विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन के शारीरिक शिक्षा एवं खेल विभाग के 60 से अधिक विद्यार्थी एवं शिक्षकगण ने महाराजा जीवाजीराव केंद्रीय ग्रंथालय का शैक्षणिक भ्रमण किया। इस अवसर पर विद्यार्थियों को ग्रंथालय के कार्यप्रणाली, सुविधाएं एवं संरचना के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी गई। केंद्रीय ग्रंथालय के प्रभारी ग्रंथपाल प्रोफेसर अनिल कुमार जैन ने विद्यार्थियों को लाइब्रेरी की उपयोगिता, उपलब्ध पुस्तकों, कंप्यूटर लैब और डिजिटल संसाधनों के विषय में विस्तार से बताया। साथ ही  ग्रंथालय विभाग के डॉ. कौशिक बोस, मनोज शाह, अजय रघुवंशी, अक्षय डोंगरे एवं श्री विपिन गिरि ने विद्यार्थियों को ग्रंथालय के विभिन्न अनुभागों का भ्रमण कराते हुए उनकी कार्यप्रणाली से अवगत कराया। इस अवसर पर शारीरिक शिक्षा एवं खेल विभाग के विभागाध्यक्ष एवं निदेशक डॉ. वीरेंद्र चावरे, डॉ. भूषण केकरे, श्री अभिषेक शर्मा, श्री प्रवेश यादव, श्री दिनेश चौधरी, ग्रंथालय के श्री अजय रघुवंशी सहित समस्त स्टाफ उपस्थित रहा। विद्यार्थियों ने इस भ्रमण के माध्यम से ग्रंथालय संचालन एवं शैक्षणिक संसाधनों की गहराई से जानकारी प्राप्त की। ...

संत शिरोमणि श्री सेन जी महाराज की 725 वीं जयंती बड़े धूमधाम से बनाई गई

🙏 द्वारा, राधेश्याम चौऋषिया 🙏 भोपाल । श्री राधावल्लभ  सेन (संभागीय अध्यक्ष - सेन समाज भोपाल) ने जानकारी देते हुए बताया कि, संत शिरोमणि श्री सेन जी महाराज की 725 वीं जयंती बड़े धूमधाम से बनाई गई । कार्यक्रम में मुख्य रूप से भोपाल की महापौर श्रीमती मालती राय, विधायक श्री भगवानदास सबनानी, श्री कृष्णा सूर्यवंशी (नगर निगम अध्यक्ष), श्री पीसी शर्मा (पूर्व विधायक), क्षेत्रीय पार्षद श्रीमती आरती राजू अनेजा, पार्षद श्री जगदीश यादव, समाज के श्री अशोक सिंह, श्री शंभू दयाल सिंह, श्री दिलाका श्रीवास, श्री शैलेश सिंह, श्री सुरेश सेन आदि लोग भी उपस्थित रहे । ✍  राधेश्याम चौऋषिया  Radheshyam Chourasiya Radheshyam Chourasiya II ● सम्पादक, बेख़बरों की खबर ● राज्य स्तरीय अधिमान्य पत्रकार, जनसम्पर्क विभाग, मध्यप्रदेश शासन ● राज्य मीडिया प्रभारी, भारत स्काउट एवं गाइड मध्यप्रदेश ● मध्यप्रदेश ब्यूरों प्रमुख, दैनिक निर्णायक ● मध्यप्रदेश ब्यूरों प्रमुख, दैनिक मालव क्रान्ति "बेख़बरों की खबर" फेसबुक पेज... Bekhabaron Ki Khabar - बेख़बरों की खबर "बेख़बरों की खबर" न्यूज़ पोर्टल/वेबसाइट......

विक्रम विश्वविद्यालय में विश्व मलेरिया दिवस पर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित

स्वच्छता अभियान से जुड़ें, मलेरिया से बचें उज्जैन। पंडित जवाहरलाल नेहरू व्यवसाय प्रबंध संस्थान, विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन में विश्व मलेरिया दिवस के अवसर पर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर संस्थान में स्वच्छता अभियान के माध्यम से मलेरिया से बचाव का संदेश दिया गया। जागरूकता कार्यक्रम के अवसर पर विक्रम विश्वविद्यालय के कुलगुरु प्रो. डॉ. अर्पण भारद्वाज ने स्वास्थ्य सतर्कता संदेश में कहा कि, मलेरिया मुख्य रूप से संक्रमित मादा एनोफेलीज़ मच्छर के काटने से फैलता है। मलेरिया का कारण बनने वाले प्लास्मोडियम परजीवी की पाँच प्रजातियाँ होती हैं, जिनमें पी. फाल्सीपेरम और पी. विवैक्स सबसे अधिक घातक मानी जाती हैं। पी. फाल्सीपेरम विशेष रूप से अफ्रीकी महाद्वीप में पाया जाता है और यह सबसे घातक प्रकार है, जबकि पी. विवैक्स उप-सहारा अफ्रीका के बाहर के क्षेत्रों में सबसे ज़्यादा देखा जाता है। अन्य प्रजातियों में पी. मलेरिए, पी. ओवेल और पी. नोलेसी शामिल हैं। प्रो. डॉ. धर्मेंद्र मेहता, निदेशक, JNIBM ने विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की 2023 की रिपोर्ट का हवाला देते हुए बताया कि वर्ष 2023 मे...

निटर भोपाल में पहलगाम आतंकी हमले के शहीदों को श्रद्धांजलि

पहलगाम में आतंकी हमला, मानवता पर गहरा प्रहार : प्रो. सी.सी  त्रिपाठी भोपाल। राष्ट्रीय तकनीकी शिक्षक प्रशिक्षण एवं अनुसंधान संस्थान (निटर), भोपाल में सोमवार को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले में शहीद हुए नागरिकों को श्रद्धांजलि दी गई। इस अवसर पर संस्थान के समस्त अधिकारियों और कर्मचारियों ने एकत्र होकर गहन शोक और संवेदना व्यक्त की।  निटर भोपाल के निदेशक प्रो. सी.सी त्रिपाठी ने गहन शोक व्यक्त करते हुए कहा कि यह केवल एक हमला नहीं बल्कि मानवता पर एक गहरा प्रहार था। हम उन परिवारों के साथ खड़े हैं जिन्होंने इस हमले में अपने प्रियजनों को खोया है। हम ईश्वर से प्रार्थना करते हैं कि दिवंगत आत्माओं को शांति प्रदान करें और शोकाकुल परिवारों को यह असहनीय दुःख सहने की शक्ति दें।  श्रद्धांजलि सभा के दौरान उपस्थित समस्त संकायगण, अधिकारिगण व कर्मचारियों ने दो मिनट का मौन रखा गया और आतंकवाद के विरुद्ध एकजुट होकर संघर्ष करने का संकल्प लिया गया।

सिंधिया प्राच्य विद्या शोध प्रतिष्ठान द्वारा पांडुलिपियों का अन्य विषयों से सहसंबंध विषय पर आयोजित कार्यशाला में हुए व्याख्यान

उज्जैन। सिंधिया प्राच्य विद्या शोध प्रतिष्ठान द्वारा पांडुलिपियों का अन्य विषयों से सहसंबंध विषय पर आयोजित पांच दिवसीय कार्यशाला के आज तीसरे दिन 24/ 4/ 2025 को दो सत्र संपन्न हुए।   प्रथम सत्र में डॉ पूजा उपाध्याय, प्राध्यापक पाणिनि संस्कृत विश्वविद्यालय तथा डॉ सर्वेश्वर शर्मा प्राध्यापक ज्योतिर्विज्ञान एवं कर्मकांड अध्ययनशाला विक्रम विश्वविद्यालय उपस्थित थे।  डॉ पूजा उपाध्याय ने संस्कृत विषय के व्याकरण के कई ऐसे दृष्टांत उपस्थित किए, जिनके द्वारा पांडुलिपियों को समझा जा सके। उन्होंने कहा कि प्राचीन ज्ञान की संवाहक पांडुलिपियों के लिए संस्कृत को समझना अत्यंत आवश्यक है।  उनका यह मानना था कि पांडुलिपियों का अध्ययन और संपादन एक महत्वपूर्ण कार्य है जो कि अभी भी पूर्ण रूप से नहीं हो सका है । उस हेतु संस्कृत को समझना आवश्यक है और संस्कृत के  सभी अंगों को समझना आवश्यक है । डॉ सर्वेश्वर शर्मा ने ज्योतिष एवं पांडुलिपियों के बीच में संबंध स्थापित करते हुए यह बताया कि किस प्रकार वृहत संहिता, सूर्य सिद्धांतिका पांडुलिपि के रूप में ही लिखे गए थे। भोजन अवकाश के बाद द्वितीय ...

पांडुलिपियों का अन्य विषयों से सह संबंध पर केंद्रित कार्यशाला में हुए विशेष व्याख्यान

उज्जैन। सिंधिया प्राच्य विद्या शोध प्रतिष्ठान में आयोजित पांच दिवसीय कार्यशाला के द्वितीय दिवस में आज 23.4.2025 को पांडुलिपियों का अन्य विषयों से सह संबंध विषय पर दो सत्रों में  चार व्याख्यान हुए । प्रथम सत्र में डॉ वी एस परमार विभागाध्यक्ष प्राचीन भारतीय इतिहास ने पांडुलिपियों के इतिहास पर व्याख्यान प्रस्तुत किया जिसमें उन्होंने बताया कि 15वीं शताब्दी से पूर्व तक हस्तलिखित ही ग्रंथ बनाए जाते थे । आपने 7 फरवरी 2003 को बनाए गए पांडुलिपि मिशन के विषय में भी बताया जिससे पांडुलिपियों का डिजिटलाईजेशन  किया गया। साथ ही समग्र इतिहास के विविध पक्षों को पांडुलिपियों से जोड़कर बताया। इस सत्र में कुल सात प्रश्न आए जो विभिन्न विद्यार्थियों के द्वारा पूछे गए।  इसी सत्र में वैदिक गणित एवं पांडुलिपि विषय पर गणित अध्ययनशाला के विभाग अध्यक्ष डॉ संदीप तिवारी ने व्याख्यान दिया। आपने वैदिक गणित एवं पांडुलिपि विषय के अंतर्गत सर्वप्रथम  त्रिकोणमिति जैसे महत्वपूर्ण गणित के अध्याय को की जड़ों को प्राचीन भारतीय इतिहास एवं पांडुलिपियों में उपस्थित बताया।  उन्होंने यह भी बताया कि किस ...

टाटा - इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ स्किल्स द्वारा स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी में कैरियर काउंसलिंग कार्यशाला का आयोजन

उज्जैन। टाटा इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ स्किल्स (आईआईएस) के द्वारा स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी के छात्रों के भविष्य को दिशा देने के उद्देश्य से एक दिवसीय कैरियर काउंसलिंग कार्यशाला का आयोजन किया गया। यह कार्यशाला 23 अप्रैल 2025 को स्कूल ऑफ़ इंजीनियरिंग एट टेक्नोलॉजी के सभागृह में आयोजित की गई, जिसमें बड़ी संख्या में इंजीनियरिंग और टेक्नोलॉजी के छात्रों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। कार्यक्रम की अध्यक्षता स्कूल ऑफ़ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी के डायरेक्टर संदीप कुमार तिवारी ने की। कार्यक्रम के मुख्य स्पीकर टाटा आईआईएस के श्री राधेश्याम चौहान जी थे। इस अवसर पर स्वागत भाषण सिविल इंजीनियरिंग के प्रमुख राजेश चौहान ने दिया।  कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य छात्रों को विभिन्न इंजीनियरिंग और तकनीकी क्षेत्रों में उपलब्ध करियर के अवसरों से अवगत कराना, उनकी रुचियों और क्षमताओं के अनुसार सही करियर पथ चुनने में मार्गदर्शन करना और उन्हें आवश्यक कौशल विकसित करने के लिए प्रेरित करना था। इस अवसर पर, टाटा आईआईएस के प्रतिष्ठित प्रोफेसरों और उद्योग जगत के विशेषज्ञों ने छात्रों के साथ अपने अनुभव साझा किए...

"बुके नहीं बुक्स" : विक्रम विवि में विश्व पुस्तक दिवस पर प्रेरणादायक आयोजन

किताबें ज्ञान, संस्कृति और सकारात्मक परिवर्तन की कुंजी : प्रो. अर्पण भारद्वाज, कुलगुरु  उज्जैन। विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन के पंडित जवाहरलाल नेहरू व्यवसाय प्रबंध संस्थान में विश्व पुस्तक दिवस, विश्व पुस्तक कॉपीराइट दिवस एवं विश्व अंग्रेज़ी भाषा दिवस के संयुक्त अवसर पर एक प्रेरणादायक एवं रोचक कार्यक्रम का आयोजन हुआ। इस अवसर पर कुलगुरु प्रो. अर्पण भारद्वाज ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि  "पुस्तकें मित्रों में सबसे शांत और स्थिर होती हैं, वे सलाहकारों में सबसे सुलभ, बुद्धिमान, धैर्यवान और श्रेष्ठ होती हैं।" प्रो. भारद्वाज ने अपने शैक्षणिक अनुभवों को साझा करते हुए यह भी कहा कि   निःसंदेह पुस्तकें ज्ञानार्जन, मार्गदर्शन एवं परामर्श देने में विशेष भूमिका निभाती हैं।   उन्होंने संस्थान द्वारा रचनात्मकता और नवाचार के क्षेत्र में किए जा रहे प्रयासों की सराहना की और विद्यार्थियों से आग्रह किया कि वे पुस्तकों के माध्यम से अपने व्यक्तित्व का सर्वांगीण विकास करें। कार्यक्रम के दौरान पंडित जवाहरलाल नेहरू व्यवसाय प्रबंध संस्थान के निदेशक प्रो. डॉ. धर्मेंद्र मेहता न...

पहलगाम आतंकी हमले के विरोध में जेएनआईबीएम परिवार ने जताया शोक, पीड़ितों के प्रति संवेदना व्यक्त की

उज्जैन। पंडित जवाहरलाल नेहरू व्यवसाय प्रबंध संस्थान (JNIBM), विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन के संपूर्ण शिक्षकों, कर्मचारियों एवं छात्रों ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए पाक पोषित आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा करते हुए गहरी शोक संवेदना व्यक्त की है। इस नृशंस हमले में 28 निर्दोष नागरिकों की निर्मम हत्या कर दी गई। संस्थान की ओर से जारी शोक संदेश में मृतकों की आत्मा की शांति एवं घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की गई। साथ ही, इस कायराना हमले के लिए जिम्मेदार आतंकियों के विरुद्ध शीघ्र और कठोर कार्यवाही की अपेक्षा व्यक्त की गई। संकाय अध्यक्ष प्रो. डॉ. कामरान सुल्तान एवं पंडित जवाहरलाल नेहरू व्यवसाय प्रबंध संस्थान के निदेशक प्रो. डॉ. धर्मेंद्र मेहता ने जेएनआईबीएम परिवार एवं एल्युमिनी एसोसिएशन की ओर से शोक व्यक्त करते हुए सभी शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने इस कठिन समय में देशवासियों से एकजुट होकर आतंक के विरुद्ध खड़े होने का आह्वान किया और कहा कि हमारा पूर्ण समर्थन और सहानुभूति पीड़ित परिवारों के साथ है। संस्थान में इस अवसर पर एक सामूहिक मौन प्रार्थना का आयोजन भी किया गया, जिस...

आधुनिक साहित्य में उतरे हैं लोक संस्कृति के विविध उपादानों के साथ सामाजिक - सांस्कृतिक मूल्य - कुलानुशासक प्रो शर्मा

लोक संस्कृति और आधुनिक साहित्य पर केंद्रित राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन हुआ विक्रम विश्वविद्यालय में  सुधी विदुषी प्रो सुचित्रा मलिक का हुआ सारस्वत सम्मान, विश्व रंग अंतरराष्ट्रीय हिंदी ओलम्पियाड 2025 के विशेष पोस्टर का लोकार्पण  हुआ उज्जैन। विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन में  लोक संस्कृति और आधुनिक साहित्य पर केंद्रित राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया। वाग्देवी भवन में सम्पन्न इस कार्यक्रम की अध्यक्षता विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन के कुलानुशासक एवं विभागाध्यक्ष प्रो शैलेंद्रकुमार शर्मा ने की। मुख्य अतिथि गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय हरिद्वार की पूर्व हिंदी विभागाध्यक्ष प्रो सुचित्रा मलिक एवं सौराष्ट्र विश्वविद्यालय के हिंदी विभागाध्यक्ष प्रो बी के कलासवा थे। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि ललित कला नृत्य संगीत एवं नाट्य अध्ययनशाला के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर जगदीश चंद्र शर्मा, वरिष्ठ पुरातत्ववेत्ता डॉक्टर नारायण व्यास, भोपाल, डॉक्टर सीएल शर्मा रतलाम, शिक्षा मंत्रालय दिल्ली सरकार की उप निदेशक डॉ नीरज ने विचार व्यक्त किए। इस अवसर पर सुधी विदुषी प्रो सुचित्रा मलिक, हरिद्वार को शॉल, ...

पांडुलिपियों एवं अन्य विषयों में सह संबंध पर आधारित कार्यशाला का शुभारंभ हुआ

उज्जैन। आज दिनांक 22 अप्रैल 2025 को सिंधिया प्राच्य विद्या शोध प्रतिष्ठान में पांच दिवसीय कार्यशाला का आयोजन प्रारंभ हुआ। यह कार्यशाला  पांडुलिपियों एवं अन्य विषयों में सह संबंध" पर आधारित थी।  उद्घाटन के अवसर पर विक्रम विश्वविद्यालय के माननीय कुलगुरु प्रो अर्पण भारद्वाज, अश्विनी शोध संस्थान के निदेशक डॉक्टर आरसी ठाकुर, सिंधिया प्राच्य विद्या शोध प्रतिष्ठान के निदेशक डॉ शीतांशु रथ एवं रसायन विज्ञान   की विभागाध्यक्षा प्रो उमा शर्मा अतिथि के रूप में उपस्थित थे कुलगुरु महोदय ने यह स्पष्ट किया कि नवीन शिक्षा नीति में समस्त विषयों के अंतर्संबंध पर कार्य किया जाना कितना आवश्यक है इस कारण से यह कार्यशाला अत्यंत महत्वपूर्ण सिद्ध होगी। उमा शर्मा जी ने पांडुलिपियों के संरक्षण और परिक्षण में रसायन विज्ञान के उपयोग पर प्रकाश डाला । डॉ आर सी ठाकुर जी ने मुद्राओं के महत्व पर अपने विचार रखें । प्रो शीतांशु रथ ने समस्त अतिथियों का स्वागत करके कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत की।इस सत्र में डॉ रमण सोलंकी पुरातत्वविद विक्रम विश्वविद्यालय, डॉ डी डी बेदिया, डॉ वी एस परमार, डॉ संदीप ति...

विश्व पृथ्वी दिवस पर विक्रम विश्वविद्यालय में “पृथ्वी प्रहर्ष प्रतिज्ञा” का भव्य आयोजन

स्मार्ट पृथ्वी–स्मार्ट स्टार्टअप संकल्प के साथ अक्षय ऊर्जा व सतत विकास का संदेश पृथ्वी पर्यावरण से प्रेम की प्रतिज्ञा कीजिए - प्रो भारद्वाज, कुलगुरू उज्जैन। पंडित जवाहरलाल नेहरू प्रबंध संस्थान, विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन में विश्व पृथ्वी दिवस 2025 के उपलक्ष्य में “पृथ्वी प्रहर्ष प्रतिज्ञा” शीर्षक से एक अनूठे त्रिस्तरीय आयोजन का भव्य आयोजन किया गया। इस वर्ष की थीम “हमारी शक्ति, हमारा ग्रह” है, जो सभी लोगों, संगठनों और सरकारों को अक्षय ऊर्जा स्रोतों की ओर स्थानांतरित होने और एक सतत भविष्य के निर्माण हेतु प्रेरित करती है। विक्रम विश्वविद्यालय के कुलगुरु प्रो. डॉ. अर्पण भारद्वाज ने इस अवसर पर संबोधित करते हुए कहा, “पृथ्वी पर्यावरण से प्रेम की प्रतिज्ञा कीजिए, यही आपके लिए सम्पन्नता के द्वार सदैव खोल सकती है।” उन्होंने इस आयोजन के लिए संस्थान निदेशक डॉ. धर्मेंद्र मेहता एवं समस्त टीम के प्रयासों की सराहना की और इसे विद्यार्थियों में पर्यावरणीय चेतना जागृत करने वाला कदम बताया। डॉ. धर्मेंद्र मेहता, निदेशक – पंडित जवाहरलाल नेहरू व्यवसाय प्रबंध संस्थान ने कहा कि विश्व पृथ्वी दिवस एक वैश्विक...

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