ज्ञान की देवी सरस्वती का प्राकट्योत्सव पर्व बसंत पंचमी पर अन्तरराष्ट्रीय आभासी संगोष्ठी 14 फरवरी को होगी
राष्ट्रीय शिक्षक संचेतना की 286वीं अन्तरराष्ट्रीय आभासी संगोष्ठी 14 फरवरी बसंत पंचमी पर ज्ञान की देवी माँ सरस्वती का प्राकट्योत्सव एवं विश्व गायत्री परिवार के संस्थापक पं. श्रीराम शर्मा आचार्य जी तथा प्रकृति गीत कविता के रचयिता पं. सूर्यकांत त्रिपाठी निराला के जन्मदिवस पर होगी।
यह प्रेस विज्ञप्ति संगोष्ठी संयोजक डॉ. प्रभु चौधरी ने जानकारी में बताया कि अंतरराष्ट्रीय आभासी संगोष्ठी के मुख्य अतिथि श्री सुरेशचन्द्र शुक्ल ‘शरद आलोक‘ ओस्लो नार्वे, विशिष्ट अतिथि डॉ. मंजू रूस्तोगी चैन्नइ्र एवं राष्ट्रीय संयोजक डॉ. अनसूया अग्रवाल प्राचार्या महासमुंद(छग) अध्यक्षता श्री ब्रजकिशोर शर्मा राष्ट्रीय अध्यक्ष उज्जैन, मुख्य वक्ता डॉ. शैलेन्द्रकुमार शर्मा राष्ट्रीय संरक्षक एवं कुलानुशासक विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन, विशिष्ट वक्ता डॉ. शहाबुद्दीन शेख राष्ट्रीय मुख्य कार्यकारी अध्यक्ष पुणे, विशेष अतिथि डॉ. मुक्ता कौशिक राष्ट्रीय मुख्य प्रवक्ता रायपुर एवं डॉ. सुनीता मण्डल राष्ट्रीय उपाध्यक्ष कोलकाता, विशेष वक्ता एवं प्रस्तावना डॉ. शहेनाज शेख, राष्ट्रीय उपमहासचिव नांदेड एवं डॉ. निशा शर्मा राष्ट्रीय सचिव बरेली, स्वागत भाषण डॉ. मुक्ति शर्मा राष्ट्रीय उपाध्यक्ष कश्मीर तथा संगोष्ठी संचालक डॉ. रश्मि चौबे राष्ट्रीय मुख्य कार्यकारी अध्यक्ष महिला इकाई गाजियाबाद होगी।
संगोष्ठी को सफल बनाने की अपील डॉ. अशोक कुमार भार्गव राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भोपाल, डॉ. अरूणा शुक्ला राष्ट्रीय संयोजक नांदेड, डॉ. शिवा लोहारिया राष्ट्रीय अध्यक्ष महिला जयपुर, डॉ. चेतना उपाध्याय राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अजमेर, डॉ. रेनू सिरोया कुमुदनी राष्ट्रीय महासचिव महिला उदयपुर, डॉ. संगीता पाल राष्ट्रीय उपमहासचिव कच्छ गुजरात, डॉ. शैलचन्द्रा राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष धमतरी, डॉ. अरूणा सराफ प्रदेश महासचिव म.प्र., डॉ. कृष्णा जोशी प्रदेश उपाध्यक्ष इन्दौर, डॉ. सुधा राष्ट्रीय सचिव चंडीगढ, डॉ. मधुसिंह महक भीलवाड़ा, सुश्री प्रतिमासिंह राष्ट्रीय सचिव, सुश्री कविता वशिष्ठ युवा प्रभारी (म.प्र.) आदि ने की है।
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