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शिव नवरात्रि के आठवे दिन भगवान महाकाल ने श्री शिव तांडव के स्‍वरूप मे दर्शन दिये  

शिव नवरात्रि के आठवे दिन भगवान महाकाल ने


श्री शिव तांडव के स्‍वरूप मे दर्शन दिये


 


उज्जैन 20 फरवरी। शिव नवरात्रि के आठवे दिन सायं पूजन के पश्चात बाबा महाकाल ने श्री शिव तांडव स्वरूप में भक्तों को दर्शन दिये। इसके पूर्व प्रातः शासकीय पुजारी श्री घनश्याम शर्मा के आचार्यत्व में 11 ब्रा‍हम्‍णों द्वारा श्री महाकालेश्वर भगवान का अभिषेक एकादश-एकादशनी रूद्रपाठ से किया गया तथा सायं पूजन के पश्चात बाबा श्री महाकाल को नवीन वस्त्र धारण करवाये गये। इसके अतिरिक्त मेखला, दुपट्टा, कटरा, मुकुट, छत्र, मुण्ड माला एवं फलों की माला आदि धारण कराई गई।


 


प्रशासक श्री एस.एस. रावत ने जानकारी देते हुए बताया कि, आज 21 फरवरी को प्रात: 2.30 बजे भगवान श्री महाकालेश्‍वर मंदिर के पट खुलेंगे और भस्‍मार्ती रात्रि 2.30 बजे से 4.30 बजे तक संपन्‍न होगी। दद्योदन आरती प्रात: 7.30 बजे से प्रात: 8.15 बजे की जायेगी। भोग आरती प्रात: 10.30 बजे से 11.15 होगी। श्री महाकालेश्‍वर का सतत जलधारा से अभिषेक होगा। दोपहर 12 बजे गर्भगृह में उज्‍जैन तहसील की ओर से पूजा की जावेगी व सायं 04 बजे होलकर एवं सिंधिया स्‍टेट की ओर से पूजन होगा। संध्‍या आरती शाम 5.30 बजे होगी। कोटेश्‍वर भगवान का पूजन रात्रि 8 बजे से 10 बजे पूजन होगा। भगवान महाकाल को रात्रि 10.30 बजे के बाद जलपात्र से जल चढना बंद हो जायेगा तथा महापूजन प्रारंभ होगा।


22 फरवरी को दोपहर में होगी भस्‍मार्ती


इसी प्रकार महाशिवरात्रि के अगले दिन 22 फरवरी को प्रात: 4 बजे से सेहरा चढना और प्रात: 6 बजे सेहरा आरती होगी। प्रात: 11 बजे से सेहरा उतरना प्रारंभ होगा। दोपहर 12 बजे से 2 बजे तक भस्‍मार्ती होगी। दोपहर 2.30 बजे से 3 बजे तक भोग आरती तत्‍पश्‍चात ब्राम्‍हण भोज होगा। संध्‍या पूजन शाम 5 बजे से 5.45 बजे भगवान को जल चढना बंद होगा। शाम 6.30 बजे से 7.15 बजे तक संध्‍या आरती और रात्रि 10.30 बजे शयन आरती के बाद पट मंगल हो जायेंगे।


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