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भारतीय संस्कृति विश्व बंधुत्व की पक्षधर – कुलपति प्रो पांडेय

तीर्थंकर ऋषभदेव जैन विद्वत महासंघ के तत्वावधान में रतलाम के शीतल तीर्थ में राष्ट्रीय जैन विद्वत सम्मेलन में देश भर से पधारे 50 विद्वानों ने अपने शोध पत्रों का वाचन किया उज्जैन। तीर्थंकर ऋषभदेव जैन विद्वत महासंघ के तत्वावधान में रतलाम के शीतल तीर्थ में  राष्ट्रीय जैन विद्वत सम्मेलन का आयोजन किया गया।  सम्मेलन के समापन समारोह के मुख्य अतिथि विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन के कुलपति प्रो अखिलेश कुमार पांडेय ने कहा कि भारतीय संस्कृति का स्वरूप समावेशी है और यह विश्व बंधुत्व की पक्षधर है। स्वामी विवेकानंद ने इसे विश्व की सर्वेश्रेष्ठ संस्कृति माना और उसके विविध पक्ष आम जनता को बेहद सरलता से बताए।  आपने कहा कि अध्यात्म और विज्ञान से ज्ञान की परंपरा जुड़ती है। उन्होंने कहा कि उज्जैन में तपोभूमि जैन तीर्थ की लाइब्रेरी में उपलब्ध पुस्तकों से मैंने जैन धर्म को गहराई से जाना।  आपने कहा कि विक्रम विश्विद्यालय में आचार्य विद्यासागर पीठ की स्थापना से जैन धर्म मे कोर्स चालू करने के लिए जैन धर्म के प्रो अनुपम जैन जैसे विद्वान के सहयोग की जरूरत है। जैन ग्रंथों के प्रकाशन की भी योजना है। स्वागत देवी अहिल

प्रधानमंत्री उच्चतर शिक्षा अभियान (पीएम-उषा) के आअंतर्गत बहुविषयक शिक्षा एवं शोध विश्वविद्यालय समूह के अंतर्गत 100 करोड़ का अनुदान विक्रम विश्वविद्यालय को स्वीकृत, 20 फरवरी को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी करेंगे योजना को लॉन्च

योजना की लॉन्चिंग का जीवन्त प्रसारण होगा विक्रम विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी के सभागार में उज्जैन। प्रधानमंत्री उच्चतर शिक्षा अभियान (पीएम-उषा) के अंतर्गत बहुविषयक शिक्षा एवं शोध विश्वविद्यालय  समूह  के अंतर्गत विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन को 100 करोड़ का अनुदान स्वीकृत हुआ है। 20 फरवरी को प्रातः काल 10: 30 बजे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी योजना को लॉन्च करेंगे, जिसका जीवन्त प्रसारण विक्रम विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी के सभागार में किया जाएगा। पीएम-उषा योजना का उद्देश्य राज्यों को उनकी उच्च शिक्षा प्रणालियों में सुधार के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करना है। विक्रम विश्वविद्यालय में आयोजित कार्यक्रम के मुख्य अतिथि माननीय उच्च शिक्षा मंत्री श्री इंदरसिंह परमार, विशिष्ट अतिथि माननीय सांसद श्री अनिल फिरोजिया, माननीय विधायक श्री अनिल जैन कालूहेड़ा, माननीय महापौर श्री मुकेश टटवाल, माननीया सभापति श्रीमती कलावती यादव एवं माननीय श्री विवेक जोशी, नगर भाजपा अध्यक्ष उज्जैन होंगे। पीएम-उषा योजना राज्यों

अखिल भारतवर्षीय यादव महासभा द्वारा श्री अवधेश प्रताप सिंह, प्रमुख सचिव, मध्यप्रदेश विधान सभा को यदुवंश गौरव सम्मान प्रदान किया गया

समाज की संगठित शक्ति एवम् युवाओं की ऊर्जा का रचनात्मक उपयोग कर किसी भी लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता  है : श्री अवधेश प्रताप सिंह यादव  🙏 द्वारा, राधेश्याम चौऋषिया, वरिष्ठ पत्रकार 🙏 भोपाल, सोमवार, 19 फरवरी, 2024 । अखिल भारतवर्षीय यादव महासभा के 100 वर्ष पूर्ण होने पर भोपाल में आयोजित बृहद  सम्मेलन में अपनी योग्यता से यदुकुल का नाम रोशन करने, उत्कृष्ट संसदीय सेवा, समाज जन विशेषकर पिछड़े वर्ग की सेवा में योगदान आदि से यादव समाज का गौरव बढ़ाने के लिए श्री अवधेश प्रताप सिंह यादव, प्रमुख सचिव, मध्यप्रदेश विधान सभा को  “यदुवंश गौरव” सम्मान राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ.स्वप्न कुमार घोष, शताब्दी वर्ष समारोह समिति के अध्यक्ष श्री सत्यप्रकाश यादव, प्रदेश यादव महासभा के अध्यक्ष श्री जगदीश यादव, साध्वी पुष्पा शास्त्री जी, महिला विंग अध्यक्ष श्रीमती मंजु यदु तथा देश भर से आये राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्यों द्वारा प्रदान किया गया।  सम्मेलन में अहीर रेजिमेंट के गठन, सामाजिक कुरीतियों के उन्मूलन, जातिगत जनगणना आदि मुद्दों पर चर्चा कर प्रस्ताव भी पारित किये गये। इस अवसर पर श्री अवधेश प्रताप सिंह यादव, प्रम

विश्वविद्यालय को प्रधानमंत्री उच्चतर शिक्षा अभियान (पीएम-उषा) के तहत बहुविषयक शिक्षा एवं शोध विश्वविद्यालय समूह के अंतर्गत 100 करोड़ का अनुदान स्वीकृत, 20 फरवरी को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी करेंगे योजना को लॉन्च

विश्वविद्यालय का बुनियादी ढांचा मजबूत हो, शोध एवं अनुसंधान में विकास हो और शिक्षा की समग्र गुणवत्ता में सुधार हो इन्हीं दिशाओं में पीएम उषा योजना के अंतर्गत प्राप्त होने वाले अनुदान का उपयोग करेगा विक्रम विश्वविद्यालय - कुलपति प्रो पाण्डेय उज्जैन। विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन को प्रधानमंत्री उच्चतर शिक्षा अभियान (पीएम-उषा) के अंतर्गत बहुविषयक शिक्षा एवं शोध विश्वविद्यालय  समूह  के अंतर्गत 100 करोड़ का अनुदान स्वीकृत हुआ है। 20 फरवरी को प्रातः काल 10: 30 बजे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी योजना को लॉन्च करेंगे, जिसका जीवन्त प्रसारण विक्रम विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी के सभागार में किया जाएगा। पीएम-उषा योजना का उद्देश्य राज्यों को उनकी उच्च शिक्षा प्रणालियों में सुधार के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करना है। यह योजना राज्यों या केंद्र शासित प्रदेशों को उनकी आवश्यकताओं के अनुसार गतिविधियों के लिये अधिक प्रभावी संसाधन आवंटन तथा घटकों को सुव्यवस्थित करने हेतु लचीलापन प्रदान करती है। इसी शृंखला में प्रधानमंत्री उच्चतर शिक्षा अभ

अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस का आयोजन उदयपुर में 8 मार्च को होगा

राष्ट्रीय शिक्षक संचेतना का 7वां अन्तरराष्ट्रीय महिला दिवस पर मातृशक्ति सम्मान समारोह भारत की प्रथम शिक्षिका सावित्री बाई फुले  की पुण्य तिथि पर देश की आदर्श शिक्षिका, समाजसेवी, साहित्यकार, कवयित्री आदि को उदयपुर की ऐतिहासिक नगरी में विज्ञान समिति भवन अशोक नगर में 8 एवं 9 मार्च को सम्मानित किया जावेगा। यह जानकारी आयोजक एवं राष्ट्रीय महासचिव डॉ. प्रभु चौधरी ने बताया कि राष्ट्रीय सम्मान समारोह में भारतमाता अभिनंदन, प्रशस्ति पत्र एवं सावित्री फुले आदर्श नारी सम्मान पत्र अतिथियों द्वारा प्रदान किये जायेंगे। राष्ट्रीय संगोष्ठी मातृशक्ति राष्ट्रशक्ति विषय पर होगी।। समारोह में पुणे, दिल्ली, थाणे, मुम्बई, भोपाल, इन्दौर, जयपुर, भीलवाडा, उज्जैन, कोलकाता, गाजियाबाद, नांदेड, हैदराबाद, चित्तौडगए, रायपुर, जबलपुर आदि शहरों से महिलाएं समारोह में सम्मिलित होगी। आयोजन हेतु 5 समितियों का गठन किया है। संयोजक डॉ. शिवा लोहारिया  डॉ. रश्मि चौबे डा शहेनाज शेख  डॉ. रेणू सिरोया प्रतिमा सिंह रहेगी।

शिक्षा का मूल उद्देश्य विद्यार्थी को उचित अनुचित में भेद करना सिखाना होता है - कुलपति प्रो अखिलेश कुमार पाण्डेय

लखनऊ विश्वविद्यालय में आयोजित तीन दिवसीय अखिल भारतीय संस्थागत नेतृत्व समागम में विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन के कुलपति प्रोफेसर अखिलेश कुमार पाण्डेय ने विश्वविद्यालय द्वारा राष्ट्रीय शिक्षा नीति के क्रियान्वयन के लिए किए गए प्रयासों का विवरण दिया उज्जैन। तीन दिवसीय अखिल भारतीय संस्थागत नेतृत्व समागम-2024 का आयोजन दिनांक 15 से 17 फरवरी 2024 तक लखनऊ विश्वविद्यालय में किया गया। इस संस्थागत नेतृत्व समागम में देश भर के विश्वविद्यालयों के कुलपति, कुलाधिपति, सरकारी और गैर-सरकारी शैक्षणिक संस्थान और उच्च शिक्षा संस्थान के निदेशक शामिल हुए। यहां यूजीसी के चेयरमैन, एनएएसी के निदेशक और एआईसीटीई के चेयरमैन के अतिरिक्त पद्मश्री चमू कृष्ण शास्त्री और अन्य प्रमुख लोग भी शामिल थे। इनके साथ कुलपतियों और अन्य शिक्षाविदों के विभिन्न इंटरएक्टिव सत्र संपन्न हुए।  इस अवसर विक्रम विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर अखिलेश कुमार पाण्डेय ने विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन द्वारा राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अपनाए जाने की विस्तृत जानकारी दी। सभा को संबोधित करते हुए माननीय कुलपति जी ने बताया कि विक्रम विश्वविद्यालय राष्

शोध एवं अनुसंधान के विकास के लिए विश्वविद्यालयों में परस्पर ताल-मेल और सामंजस्य की आवश्कता- कुलपति प्रो अखिलेश कुमार पाण्डेय

शोध एवं अनुसंधान के विकास के लिए विश्वविद्यालयों में परस्पर ताल-मेल और सामंजस्य की आवश्कता- कुलपति प्रो अखिलेश कुमार पाण्डेय विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन और लखनऊ विश्वविद्यालय के वनस्पति विभाग के मध्य शोध एवं अनुसंधान को बढ़ावा देने के लिए शीघ्र ही एम ओ यू होगा           उज्जैन। गत तीन वर्षो में विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति के क्रियान्वयन हेतु कई बदलाव किए है। इनमें से एक शासकीय और गैर-शासकीय संस्थाओं से एम.ओ.यू. का रहा है। इसी शृंखला में विक्रम विश्वविद्यालय के वनस्पति और जैव प्रौद्योगिकी अध्ययनशाला एवं लखनऊ विश्वविद्यालय के वनस्पति अध्ययनशाला के मध्य एम ओ यू संपन्न होगा।  इस अवसर पर लखनऊ विश्वविद्यालय के वनस्पति अध्ययनशाला के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर मुन्ना सिंह से चर्चा के उपरांत विक्रम विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर अखिलेश कुमार पाण्डेय ने बताया कि दोनों विश्वविद्यालयों के जैव प्रौद्योगिकी और वनस्पति विभागो के मध्य एम ओ यूं दोनो विश्वविद्यालयों के विभागों और विद्यार्थियों के लिए लाभदायक होगा। उन्होंने कहा कि शोध एवं अनुसंधान के विकास के लिए विश्वविद्यालयों

वाग्देवी से ही सृजन, सौंदर्य और समत्व है - प्रो. शर्मा

बसन्तोत्सव पर वाग्देवी सरस्वती और महाप्राण निराला पर केंद्रित अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी हुई राष्ट्रीय शिक्षक संचेतना एवं हिंदी परिवार इंदौर की उज्जैन इकाई के संयुक्त तत्वावधान में बसंत उत्सव पर अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस संगोष्ठी में मुख्य वक्ता के रूप में विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन कुलानुशासक एवं हिन्दी विभागाध्यक्ष प्रो शैलेंद्रकुमार शर्मा ने अपना व्याख्यान देते हुए कहा कि भारतीय शास्त्रों और काव्य कृतियों में वाग्देवी सरस्वती की महिमा कई रूपों में व्यक्त की गई है। वाग्देवी से ही सृजन, सौंदर्य और समत्व है। वाग्देवी की संज्ञा को सर्वाधिक प्रचारित और प्रसारित राजा भोज ने किया। हमारी सभी प्रकार की अभिव्यक्तियां बिना वाग्देवी की कृपा से संभव नहीं हैं। मुख्य अतिथि श्री सुरेश चन्द्र शुक्ल शरद आलोक नॉर्वे, ने वसन्त पर केंद्रित अपनी कविता शैलशिखर, नवभूमंडल .... चांदनी छिटक बने वातायन, सुनाते हुए जन्म दिवस की बधाइयों के लिए धन्यवाद दिया। विशिष्ट अतिथि श्री हरेराम वाजपेयी, इंदौर ने कहा कि भारतीय संस्कृति में वसन्त पर्व सहित सभी पर्वों का महत्व वैज्ञानिक और दार्शनिक दृष्टिक

भौतिकी अध्ययनशाला में हुआ जलवायु परिवर्तन पर जागरूकता अभियान का आयोजन

तापमान की वृद्धि से पृथ्वी की जलवायु में होने वाले घातक परिवर्तनों को लेकर सजग किया युवाओं को उज्जैन। विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन की भौतिकशास्त्र अध्ययनशाला में जलवायु परिवर्तन पर जागरूकता अभियान आयोजित किया गया। विभागाध्यक्ष प्रो. स्वाति दुबे ने अपने उद्बोधन में जलवायु परिवर्तन के संकट का सामना करने के लिए स्थानीय उत्पादित वस्तुओं के अधिकतम उपयोग, जूठा भोजन न छोड़ने एवम्  सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग न करने का विद्यार्थियों से आह्वान किया, जिससे अनावश्यक ऊर्जा का व्यय न हो तथा पर्यावरण संरक्षित रहे। स्वागत भाषण में डॉक्टर प्रिया दुबे ने बताया कि वैज्ञानिक शोध द्वारा ज्ञात हुआ है कि पृथ्वी का तापमान 1.5°C बढ़ाने में कुछ समय ही शेष है। इस तापमान की वृद्धि से पृथ्वी की जलवायु में अचल परिवर्तन होंगे जो बहुत हानिकारक होंगे। विभाग के विद्यार्थियों कृतिका साहू, प्रियंका झा, कमल लाल, सुनाक्षी मोहपात्रा, सुरेश कडेला आदि ने इस समस्या के निवारण के लिए अनिवार्य उपायों पर अपनी बात रखी तथा ऊर्जा साक्षरता प्रशिक्षण प्राप्त करने पर बल दिया।  विभाग में जलवायु घड़ी भी स्थापित की गई जो एनर्जी स्वराज

एनआईटीटीटीआर भोपाल में ग्लोबल समिट का आयोजन

भोपाल। एनआईटीटीटीआर भोपाल में १५ फरवरी को ग्लोबल समिट का आयोजन किया गया। इस समिट में बुल्गारिया, लेबनॉन, इथियोपिया, मोरक्को, इंडोनेशिया, बोत्सवाना, भूटान, ताजिकिस्तान, कजाकिस्तान, चिली, मॉरीशस दक्षिण सूडान सहित 14 देशों के प्रतिभागियों ने भाग लिया।  संस्थान के निदेशक प्रो. सी.सी. त्रिपाठी ने कहा कि भारत में शिक्षा को लेकर सरकार बहुत संवेदनशील है एवं हमारे यहाँ शिक्षा में किसी भी स्तर पर भेदभाव नहीं होता।  भारत सरकार बालिका शिक्षा, दिव्यांग शिक्षा तथा आर्थिक रूप से कमजोर , वर्ग समुदाय से ऊपर उठकर सभी लोगो के लिए सामान शिक्षा देने हेतु सदेव प्रयासरत्त हैं।  विभिन्न देशो के प्रतिभागियों ने अपने-अपने देशो की शिक्षा प्रणाली तथा समावेशी शिक्षा के लिए उनकी सरकार द्वारा बनायीं गयी नीतियों पर प्रेजेंटेशन देते हुए विस्तृत चर्चा की।   कार्यक्रम की समन्वयक डॉ.रोली प्रधान थी। कार्यक्रम में डॉ आर के दीक्षित, डॉ आशीष देशपांडे, डॉ पराग दुबे, डॉ आर पी खमवायत , डॉ पी के पुरोहित एवं अन्य संकाय एवं अधिकारी उपस्थित थे।

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