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प्रवासी साहित्यकार श्री कपिल कुमार, बेल्जियम और रमा शर्मा, जापान विश्व हिंदी सेवा सम्मान से सम्मानित

विश्व हिंदी सेवा सम्मान अलंकरण और  प्रवासी हिंदी साहित्यकारों के साथ हिंदी की विकास यात्रा पर अंतरराष्ट्रीय परिसंवाद उज्जैन में सम्पन्न 

हिंदी के माध्यम से बन रहा है देश के बाहर लघु भारत  - प्रो शर्मा

उज्जैन। मालवा रंगमंच समिति, म.प्र. एवं विश्व हिंदी अकादमी, मुंबई द्वारा हिन्दी पखवाड़े के अवसर पर विश्व हिन्दी सेवा सम्मान एवं अंतरराष्ट्रीय परिसंवाद का आयोजन कालिदास संस्कृत अकादमी में सम्पन्न हुआ। आयोजन में प्रवासी साहित्यकार श्री कपिल कुमार, बेल्जियम और डॉ रमा शर्मा, जापान को हिंदी सेवा सम्मान से अलंकृत किया गया। 

कार्यक्रम में विषय प्रवर्तन विक्रम विश्वविद्यालय के हिंदी विभागाध्यक्ष एवं कुलानुशासक प्रो शैलेंद्रकुमार शर्मा ने किया। विशिष्ट अतिथि समाजशास्त्री प्रो शैलेन्द्र पाराशर, व्यंग्यकार प्रो पिलकेन्द्र अरोरा, महेश शर्मा अनुराग एवं श्री यू एस छाबड़ा थे। संस्था अध्यक्ष श्री केशव राय कार्यक्रम के मुख्य सूत्रधार थे। 

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए बेल्जियम के श्री कपिल कुमार ने कहा कि दुनिया के विभिन्न हिस्सों में आज हिंदी भारतीय संस्कृति की पहचान बन चुकी है। उन्होंने कहा कि मैंने पुरातन नगरी उज्जैन में अपनी भाषा को आज नृत्य करते हुए देखा जो अविस्मरणीय है। 

कुलानुशासक प्रो शैलेंद्र कुमार शर्मा ने कहा कि हिंदी के माध्यम से देश के बाहर लघु भारत बन रहा है। सभी क्षेत्रों में हिंदी विश्व पटल पर अपना खास  स्थान बना चुकी है। वर्तमान सूचना-संचार और भूमंडलीकरण के दौर में विश्वभाषा हिन्दी निरन्तर प्रगति पथ पर अग्रसर है। हिंदी को विश्वभाषा की प्रतिष्ठा दिलाने में विश्वभर में फैले चार करोड़ से अधिक भारतवंशियों की स्मरणीय भूमिका रही है।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विशिष्ट अतिथि प्रोफेसर शैलेंद्र पाराशर, डॉक्टर पिलकेन्द्र अरोरा एवं श्री यूएस छाबड़ा ने हिंदी से जुड़े स्वाभिमान को जागृत करने की आवश्यकता जताई।

इस अवसर पर इंजीनियर प्रतिभा रघुवंशी के निर्देशन में युवा नृत्यांगनाओं ने हिंदी पर केंद्रित नृत्य की मनोरम प्रस्तुति की। गर्विता जैन ने जब तलक हिंदी है हिंदुस्तान है गीत की प्रस्तुति की।

कार्यक्रम में वरिष्ठ समाजसेवी श्री पीयूष गोयल, पर्यावरणविद् श्री कमल तावडे, पत्रकार श्री रजत शर्मा आदि सहित अनेक साहित्यकार और संस्कृति कर्मी उपस्थित थे।

प्रारंभ में संस्था अध्यक्ष केशव राय ने कार्यक्रम की संकल्पना प्रस्तुत की और स्वागत भाषण दिया। 

काव्य पाठ कवयित्री डॉ रमा शर्मा, जापान, श्रीमती तृप्ति मिश्रा, इंदौर,  गीतांजलि कश्यप ने किया। अतिथियों का स्वागत श्री केशव राय, श्री राजेश राय, प्रमोद राय, राहुल राय, ऋषि राय आदि ने किया। 

कार्यक्रम का संचालन श्री केशव राय ने किया। आभार प्रदर्शन ऋषि राय ने किया। 

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