भोपाल । सेन्ट्रल बैंक ऑफ इण्डिया में उच्च प्रबंधन ने द्विपक्षीय समझौतों एवं नीतियों के विरूद्ध देश भर में 4000 से अधिक लिपिकीय वर्ग के कर्मचारियों के स्थानांतरण किये गये, उल्लेखनीय है, कि बैंक कर्मियों की सेवा शर्तें द्विपक्षीय समझौतों एवं बैंक की आन्तरिक नीतियों से संचालित होती है, किन्तु इन सब को दर किनार किया है, अप्रैल 2022 में किये गये इन स्थानांतरणों के खिलाफ बैंक में कार्यरत पाँच कर्मचारी संगठनों ने युनाईटेड फोरम ऑफ सेन्ट्रल बैंक युनियन बनाया और तब से ही यह आन्दोलन चल रहा है, पूर्व में 30-31 मई 2022 को दो दिवसीय हड़ताल का आव्हान किया था, डिप्युटी लेबर कमिश्नर के हस्तक्षेप के बाद 24 मई 2022 को एक MOU हस्ताक्षरित हुआ, किन्तु पांच महीने गुजर जाने पर भी उसे लागू नही किया गया, इस पर युनाईटेड फोरम ऑफ सेन्ट्रल बैंक युनियन ने 19 एवं 20 सितम्बर 2022 को हड़ताल का आव्हान किया।
आज हड़ताल के पहले दिन प्रदेश के सभी लिपिकीय एवं अधिनस्त वर्ग के कर्मचारी हड़ताल पर रहे एवं प्रशासनिक कार्यालयों के समक्ष प्रदर्शन किये गये। भोपाल में आंचलिक कार्यालय पर सैकड़ों कर्मचारियों ने प्रदर्शन किया जिसमें सीबीईयू के महासचिव श्री नजीर कुरैशी एवं एमपीसीबीईए के महासचिव श्री संतोष जैन एंव अन्यसाथीगण श्री महेन्द्र गुप्ता, सुश्रीसरिता गोलानी, श्री हरेश छुगानी, श्री सुदेश कल्याणे, श्री विजय खत्री, श्री मनोहर चांदवानी, श्री धैय श्रीवास्तव एवं श्री प्रशान्त पाटिल आदि ने सम्बोधित किया ।
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