Skip to main content

कोरोना अभी खत्म नहीं हुआ, 2 गज की दूरी रखकर संक्रमण से करें सुरक्षा

आम जनता रखे पूरी सावधानी
प्रदेश में प्रतिदिन 6000 टेस्ट की व्यवस्था ,आवश्यक वस्तुएं मिलती रहेंगी
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने दिया प्रदेश की जनता को संदेश
 


भोपाल : गुरूवार, जून 4, 2020, 15:18 IST


 मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश की जनता से आग्रह किया है कि कोरोना वायरस के संक्रमण से सुरक्षा के लिए पूरी सावधानियां रखें  अभी कोरोना खत्म नहीं हुआ है, जरूरत के लिए बाजार और अन्य गतिविधियां शुरू कर दी गई है। प्रदेश की अर्थव्यवस्था और लोगों के जीवन यापन की दृष्टि से अनलॉक वन में कई तरह की छूट दी गई है, लेकिन छूट के बाद  कहीं-कहीं ऐसे मामले भी सामने आ रहे हैं, जहां गाइडलाइन का पालन नहीं किया जा रहा।


मुख्यमंत्री श्री चौहान ने आमजन से अपील की है कि पर्याप्त सावधानियाँ जैसे 2 गज की दूरी, फेस  मास्क का उपयोग, बार-बार हाथ धोने, सार्वजनिक जगहों पर न थूकने और लोगों से हाथ मिलाने की बजाए नमस्ते करने जैसे उपायों पर अमल किया जाए। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी जी ने भी कहा है जान है तो जहान है। अभी निरंतर सतर्क और सजग रहने की आवश्यकता है।


मुख्यमंत्री श्री चौहान प्रदेश की जनता को संदेश देते हुए बताया कि 23 मार्च को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद उन्होंने तत्काल ही सभी आवश्यक कदम उठाकर कोरोना से लोगों के बचाव के प्रयास प्रारंभ किए। शीघ्र से शीघ्र टेस्टिंग लैब, पर्याप्त मास्क, पीपीईटी, ऑक्सीजन सिलेंडर, हाई ड्रॉक्सो  क्लोरोक्वीन टेबलेट की व्यवस्था सुनिश्चित की गई। हर जिले में कॉविड अस्पताल बनाए गए। आज प्रदेश में 21 टेस्टिंग लैब और प्रतिदिन छह हजार टेस्ट की क्षमता विकसित हो चुकी है। आईसीयू  और बेड व्यवस्था का एक तिहाई  ही उपयोग हो पा रहा है। प्रदेश का कोरोना से रिकवरी रेट देश के शीर्ष राज्यों में शामिल है और देश के औसत रिकवरी रेट से भी अधिक है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि आमजन को कोई दिक्कत न हो इसलिए सभी जरूरी वस्तुओं की उपलब्धता सुनिश्चित की गई है। प्रवासी मजदूर भाइयों की वापसी के सभी इंतजाम किए गए। गरीबों मजदूरों और जरूरतमंदों के लिए राशन, भोजन और रहने आदि की व्यवस्था की गई  मुख्यमंत्री श्री चौहान ने आमजन से अपील की है कि कोराना से बचाव पर ध्यान दें,  लापरवाही न करें। सभी सावधानियों का पालन करें और साहस के साथ आगे बढ़ते हुए मध्यप्रदेश को कोरोना वायरस मुक्त बनाने में सहयोग करें।


Bkk News


Bekhabaron Ki Khabar - बेख़बरों की खबर


Bekhabaron Ki Khabar, magazine in Hindi by Radheshyam Chourasiya / Bekhabaron Ki Khabar: Read on mobile & tablets - http://www.readwhere.com/publication/6480/Bekhabaron-ki-khabar


Comments

मध्यप्रदेश समाचार

देश समाचार

Popular posts from this blog

आधे अधूरे - मोहन राकेश : पाठ और समीक्षाएँ | मोहन राकेश और उनका आधे अधूरे : मध्यवर्गीय जीवन के बीच स्त्री पुरुष सम्बन्धों का रूपायन

  आधे अधूरे - मोहन राकेश : पीडीएफ और समीक्षाएँ |  Adhe Adhure - Mohan Rakesh : pdf & Reviews मोहन राकेश और उनका आधे अधूरे - प्रो शैलेंद्रकुमार शर्मा हिन्दी के बहुमुखी प्रतिभा संपन्न नाट्य लेखक और कथाकार मोहन राकेश का जन्म  8 जनवरी 1925 को अमृतसर, पंजाब में  हुआ। उन्होंने  पंजाब विश्वविद्यालय से हिन्दी और अंग्रेज़ी में एम ए उपाधि अर्जित की थी। उनकी नाट्य त्रयी -  आषाढ़ का एक दिन, लहरों के राजहंस और आधे-अधूरे भारतीय नाट्य साहित्य की उपलब्धि के रूप में मान्य हैं।   उनके उपन्यास और  कहानियों में एक निरंतर विकास मिलता है, जिससे वे आधुनिक मनुष्य की नियति के निकट से निकटतर आते गए हैं।  उनकी खूबी यह थी कि वे कथा-शिल्प के महारथी थे और उनकी भाषा में गज़ब का सधाव ही नहीं, एक शास्त्रीय अनुशासन भी है। कहानी से लेकर उपन्यास तक उनकी कथा-भूमि शहरी मध्य वर्ग है। कुछ कहानियों में भारत-विभाजन की पीड़ा बहुत सशक्त रूप में अभिव्यक्त हुई है।  मोहन राकेश की कहानियां नई कहानी को एक अपूर्व देन के रूप में स्वीकार की जाती हैं। उनकी कहानियों में आधुनिक जीवन का कोई-न-कोई विशिष्

तृतीय पुण्य स्मरण... सादर प्रणाम ।

https://m.facebook.com/story.php?story_fbid=1003309866744766&id=395226780886414 Bekhabaron Ki Khabar - बेख़बरों की खबर Bekhabaron Ki Khabar - बेख़बरों की खबर Bkk News Bekhabaron Ki Khabar, magazine in Hindi by Radheshyam Chourasiya / Bekhabaron Ki Khabar: Read on mobile & tablets -  http://www.readwhere.com/publication/6480/Bekhabaron-ki-khabar

खाटू नरेश श्री श्याम बाबा की पूरी कहानी | Khatu Shyam ji | Jai Shree Shyam | Veer Barbarik Katha |

संक्षेप में श्री मोरवीनंदन श्री श्याम देव कथा ( स्कंद्पुराणोक्त - श्री वेद व्यास जी द्वारा विरचित) !! !! जय जय मोरवीनंदन, जय श्री श्याम !! !! !! खाटू वाले बाबा, जय श्री श्याम !! 'श्री मोरवीनंदन खाटू श्याम चरित्र'' एवं हम सभी श्याम प्रेमियों ' का कर्तव्य है कि श्री श्याम प्रभु खाटूवाले की सुकीर्ति एवं यश का गायन भावों के माध्यम से सभी श्री श्याम प्रेमियों के लिए करते रहे, एवं श्री मोरवीनंदन बाबा श्याम की वह शास्त्र सम्मत दिव्यकथा एवं चरित्र सभी श्री श्याम प्रेमियों तक पहुंचे, जिसे स्वयं श्री वेद व्यास जी ने स्कन्द पुराण के "माहेश्वर खंड के अंतर्गत द्वितीय उपखंड 'कौमारिक खंड'" में सुविस्तार पूर्वक बहुत ही आलौकिक ढंग से वर्णन किया है... वैसे तो, आज के इस युग में श्री मोरवीनन्दन श्यामधणी श्री खाटूवाले श्याम बाबा का नाम कौन नहीं जानता होगा... आज केवल भारत में ही नहीं अपितु समूचे विश्व के भारतीय परिवार ने श्री श्याम जी के चमत्कारों को अपने जीवन में प्रत्यक्ष रूप से देख लिया हैं.... आज पुरे भारत के सभी शहरों एवं गावों में श्री श्याम जी से सम्बंधित संस्थाओं