Skip to main content

Posts

विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन द्वारा एलएलबी सहित 23 परीक्षाओं के परिणाम घोषित

उज्जैन : विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन के कुलानुशासक प्रो शैलेंद्रकुमार शर्मा ने बताया कि, विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन द्वारा एलएलबी  सहित 23 परीक्षाओं  के परिणाम घोषित हुए हैं, जिसे विद्यार्थी विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर जाकर देख सक ते हैं... 

आजादी के अमृत महोत्सव में संत कबीर सम्मान 50 साहित्यकारों को प्रदान किया जाएगा

राष्ट्रीय शिक्षक संचेतना का 5वाँ संत कबीर सम्मान समारोह एवं राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन 14 जून को छत्तीसगढ़ की साहित्यिक नगरी राजनांदगांव के कानफयलूएनस महाविद्यालय में आयोजित होगा। यह जानकारी राष्ट्रीय महासचिव डॉ. प्रभु चौधरी ने देते हुए बताया कि इस वर्ष राष्ट्रीय संत कबीर सम्मान 2022 डॉ. विनोद वायचाल उस्मानाबाद(महाराष्ट्र), डॉ. विद्यासागर मिश्र लखनऊ(उ.प्र.), प्रो. सरोज गुप्ता रोहतास(बिहार), श्री कान्हा कौशिक  रायपुरश्री कैलाशपरमार देपालपुर (मप्र) को अतिथियों द्वारा प्रदान किया जावेगा।  आजादी के अमृत महोत्सव में श्री राजेन्द्र जायसवाल चांपा, श्री रविन्द्र द्विवेदी, श्री भुवनेश्वर प्रसाद देवांगन, डॉ. उमेशकुमार दुबे, श्री धनेश्वरप्रसाद देवांगन, श्रीमती सीमा निगम रायपुर, श्रीमती निलिमा सिन्हा, डॉ. स्वाती श्रीवास्तव, डॉ. उर्वशी कडवे, डॉ. गायत्री केवट, डॉ. ममता साहू, डॉ प्रभा सिन्हा, डॉ. हंसा शुक्ला, श्री श्रवण पाण्डे, डॉ. आशीष नायक, श्रीमती निशा जरिया, डॉ. अर्चना पाण्डे, श्रीमती भारती यादव मेधा, डॉ. हेमलता साहू, श्रीमती प्रिया जैन सहित छत्तीसगढ के सभी 50 साहित्यकार, शिक्षको, लेखको को कब

जीव विज्ञान संकाय विभाग द्वारा जैवविविधता दिवस के अवसर पर वैज्ञानिक कार्यक्रमों एवं राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन सम्पन्न

विक्रम विश्वविद्यालय में मनाया गया जैव विविधता दिवस  उज्जैन। विक्रम विश्वविद्यालय के जीव-विज्ञान संकाय द्वारा जैव विविधता दिवस के अवसर पर जैव विविधता से जुड़े वैज्ञानिक कार्यक्रमों (साइंटिफिक इवेंट) तथा राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन सफलतापूर्वक किया गया, जिसमें हायर सेकेंडरी, बी. एससी. एवं एम एससी जीव विज्ञान संकाय के 125 से अधिक विद्यार्थियों ने सहभागिता की।  जैव विविधता संरक्षण का आशय, प्रकृति में उपस्थित विविध जीव-जंतु, प्रजातियों एवं अन्य जैव संसाधनों को संरक्षण प्रदान करना है। पारिस्थितिक संतुलन एवं मानव जीवन की आवश्यकतओं की अबाध आपूर्ति के लिए जैव विविधता का होना आवश्यक है। जैव विभिन्नता में वन्य जीवन और प्रजातियों की अधिकता है। यह कार्य और रूप से तो अलग है, लेकिन इनमे पारस्परिक सामंजस्य है। इस ग्रह पर लाखों जीवों के साथ हम रहते हैं। इसमें सूक्ष्म से लेकर हाथी आदि सभी प्राणी सम्मिलित है। यह संपूर्ण निवास जहाँ हम रहते हैं, जैव विविधता है। पृथ्वी पर करोड़ों सालों से महासागरों की गहराई से लेकर पर्वतों के शिखरों, मरुस्थल, मैदानों, नदियों के आँचल में जीवन फल-फूल रहा है। पृथ्वी पर लाखों प

तीन दिवसीय वृहद् रोजगार मेला : प्रतिकल्पा उत्कर्ष - 2 एवं करियर मार्गदर्शन और प्रवेश उत्सव 2022

उज्जैन। विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन में दिनांक 30 मई से 1 जून 2022 तक आयोजित इस महत्त्वपूर्ण जॉब फेयर में भाग लेकर जॉब अवसर प्राप्त करने के इच्छुक विद्यार्थियों के लिए रजिस्ट्रेशन का लिंक :  https://docs.google.com/forms/d/e/1FAIpQLSeyOmBOopGNfm3QsFooAsZT4SiXTXtAvOW1zcVtFPnq4b0Ckg/viewform?vc=0&c=0&w=1&flr=0 विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन की अध्ययनशालाओं और संस्थानों में संचालित विभिन्न विषय क्षेत्रों से संबंधित 234 से अधिक पाठ्यक्रमों में प्रवेश का लिंक :  https://vikram.mponline.gov.in/Portal/Services/VIKRAM/Entrance/UTD/Admission_Entrance_Form.aspx मेगा जॉब फेयर का स्थान :   स्कूल आफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी - एसओईटी, विक्रम विश्वविद्यालय, देवास मार्ग, उज्जैन

कम लागत से निर्मित लॉन मूवर बनाया एस ओ ई टी के विद्यार्थियों ने

आत्मनिर्भर भारत की दिशा में विक्रम विश्वविद्यालय की एक और पहल   उज्जैन । विक्रम विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी डिपार्टमेंट उत्तरोत्तर प्रगति की ओर अग्रसर है। कुलपति डॉ अखिलेश कुमार पांडेय द्वारा प्रेरित आत्मनिर्भर विश्वविद्यालय के आत्मनिर्भर विभाग के सफल परिचालन एवं निदेशक डॉ गणपत अहिरवार के महनीय निर्देशन में मेकैनिकल इंजीनियरिंग के तृतीय वर्ष के विद्यार्थियों - साहिल, सिमरन, विजय, मोहित, शेखर और योगेश द्वारा बहुत कम लागत में आसानी से काम करने वाला लॉन मूवर बनाया है। फैकल्टी इंजी अंजलि उपाध्याय पण्ड्या और इंजी शिवम शर्मा के मार्गदर्शन में मैकेनिकल इंजीनियरिंग के विद्यार्थी संस्था में नित नए काम कर रहे हैं। संस्था के पुराने फर्नीचर को भी संस्था की वर्कशॉप में विद्यार्थियों द्वारा बेहतर बनाया जा रहा है। स्क्रेप का उपयोग करके वर्कशॉप में फर्नीचर भी विद्यार्थियों द्वारा बनाये जा रहे हैं। हाल ही में विद्यार्थियों द्वारा निर्मित स्क्रेप टायर से बने फर्नीचर का आर्डर भी प्राप्त हुआ है, जो संस्था के प्रोजेक्ट लर्न बाय एर्न में महत्वपूर्ण योगदान है।

तीन दिवसीय वृहद् रोजगार उत्सव : प्रतिकल्पा उत्कर्ष - 2 का आयोजन 30 मई से 1 जून तक विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन में

उत्सव में सैकड़ों रोजगार अवसर के साथ मिलेगा करियर मार्गदर्शन और 230 से अधिक पाठ्यक्रमों में प्रवेश की जानकारी उज्जैन । विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन द्वारा अभिनव पहल करते हुए दि. 30 मई से 1 जून 2022 तक प्रातः 10 बजे से सायं 5 बजे तक तीन दिवसीय वृहद् रोजगार उत्सव - प्रतिकल्पा उत्कर्ष - 2, करियर मार्गदर्शन एवं प्रवेश उत्सव 2022 का आयोजन स्वामी विवेकानन्द भवन स्थित स्कूल आफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी - एस ओ ई टी में किया जाएगा। इस कार्यक्रम में विभिन्न विषयों जैसे- इंजीनियरिंग, जैव प्रोद्यौगिकी, माईक्रो बॉयोलॉजी, कम्प्यूटर विज्ञान, प्राणि विज्ञान, वनस्पति विज्ञान, रसायन विज्ञान, भौतिक विज्ञान, कृषि विज्ञान, वाणिज्य, कला, समाज विज्ञान, प्रबंधन (एम.बी.ए.) आदि के पूर्व एवं वर्तमान छात्र -  छात्राएँ निःशुल्क पंजीयन कराते हुए भाग ले सकते हैं। कार्यक्रम में विभिन्न क्षेत्रों से जुड़ी अनेक कम्पनियाँ भाग लेंगी, जो युवाओं को सैकड़ों जॉब अवसर प्रदान करेंगी। यह जानकारी देते हुए कुलानुशासक प्रो शैलेंद्र कुमार शर्मा ने बताया कि इस अवसर पर विद्यार्थियों को विभिन्न क्षेत्रों से सम्बंधित करियर मार्ग

विक्रम विश्वविद्यालय के जीव विज्ञान संकाय द्वारा 23 एवं 24 मई को जैव विविधता पर आधारित वैज्ञानिक कार्यक्रम एवं राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन होगा

उज्जैन - जीव विज्ञान संकाय, विक्रम विश्वविद्यालय द्वारा जैवविविधता पर आधारित वैज्ञानिक कार्यक्रमों (साइंटिफिक इंवेंट्स) तथा राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन दिनांक 23-24 मई 2022 को प्राणिकी एवं जैवप्रौद्योगिकी अध्ययनशान में किया जा रहा है। इसमें हायर सेकण्डरी, बी.एस.सी तथा एमएससी जीव विज्ञान संकाय के विद्यार्थी भाग ले सकेंगे। प्रकृति में अनेक प्रकार के पादप एवं जीव जन्तु हैं जो पारिस्थितिक तंत्र के अनुरूप विकसित एवं विस्तारित हुए हैं और उनका जीवन चक्र क्रमिक रूप से चलता रहता है, जब तक पर्यावरण अनुकूल रहता है। जैसे ही पर्यावरण में प्रतिकूलता आती है, पारिस्थितिक चक्र में व्यतिक्रम आने लगता है। जीव-जन्तुओं एवं पादपों पर संकट आना प्रारंभ हो जाता है यही कारण है कि वर्तमान विश्व में कई प्रजातियाँ विलुप्त हो गई है और अनेक संकटग्रस्त है। चूंकि जैवविविधिता मानव के अस्तित्व में आने के साथ ही उसकी आवश्यकताओं की पूर्ति करती आ रही है। अतः इनका संरक्षण भविष्य के लिए आवश्यक है। इसी कारण आज जैवविविधता के प्रति विश्व सचेष्ट है तथा 22 मई को विश्व जैव विविधता दिवस के रूप में मनाया जाता है। प्रकृति के निर्माण

आयुष विभाग के डिप्टी सेकेट्री ने किया आयुर्वेद चिकित्सा महाविद्यालय के नवीन भवन एवं आयुष ग्राम जहांगीरपुर का औचक निरीक्षण

उज्जैन । शासकीय धन्वन्तरि आयुर्वेद महाविद्यालय उज्जैन के प्रधानाचार्य डॉ. जे.पी. चौरसिया ने जानकारी देते हुए बताया कि मध्यप्रदेश शासन आयुष विभाग के डिप्टी सेकेट्री श्री पंकज शर्मा एवं उप संचालक डॉ. पी.सी. शर्मा के साथ ही डॉ. राजीव मिश्रा ने दिनांक 18.05.2022 को शासकीय स्वशासी धन्वन्तरि आयुर्वेद महाविद्यालय के नवनिर्मित भवन का औचक निरीक्षण किया एवं आवश्यक दिशा निर्देश दिये। महाविद्यालय निरीक्षण के उपरांत आपने आयुष ग्राम जहांगीरपुर का भी निरीक्षण किया तथा महाविद्यालय एवं आयुष ग्राम की गतिविधियों की समीक्षा की। इस अवसर पर संभागीय आयुष अधिकारी डॉ. हंसा बारिया, जिला आयुष अधिकारी डॉ. मनीषा पाठक के साथ ही संस्था के ओ.पी. व्यास, डॉ. सिद्धेश्वर सतुआ, नृपेन्द्र मिश्रा, डॉ. वेद नृपेन्द्र मिश्रा, डॉ. अजय कीर्ति जैन, डॉ. राजेश उईके, डॉ. शिरोमणि मिश्रा, डॉ. योगेश वाणे, डॉ. रामतीर्थ शर्मा, डॉ. आशीष शर्मा, डॉ. गीता जाटव, डॉ. प्रीति जैन, डॉ. संगीता गुप्ता, डॉ. निरंजन सराफ, डॉ. वंदना सराफ, डॉ. अनुभा जैन, डॉ. जितेन्द्र जैन आदि अधिकारियों के साथ संभागीय आयुष कार्यालय एवं जिला आयुष कार्यालय, उज्जैन व म

विक्रम विश्वविद्यालय में जैवविविधता संरक्षण पर केंद्रित विशेष आयोजन और राष्ट्रीय संगोष्ठी 23 - 24 मई को विक्रम विश्वविद्यालय में

उज्जैन। प्राणिकी एवं जैवद्योगिकी अध्ययनशाला विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन द्वारा अंतरराष्ट्रीय जैवविविधता दिवस के अवसर पर 23-24 मई 2022 को राष्ट्रीय संगोष्ठी एवं जैवविविधता से संबंधित अन्य कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। विश्व में मिलने वाली जैवविविधताओं में से लगभग 40 प्रतिशत भारत में पाई जाती है। किसी भी देश की आर्थिक प्रगति के लिए जीव-जन्तु तथा वनस्पतियाँ बहुत ही उपयोगी हैं। प्रकृति के निर्माण और उसको बनाये रखने में जैवविविधिता की अहम भूमिका रहती है। जैवविविधिता का विनाश ओजोन परत में छिद्र, हरित गृह प्रभाव के कारण वातावरण में गर्मी का बढ़ना इत्यादि पर्यावरणीय समस्याएँ बढ़ती जा रही है। भारत में सतत विकास की दृष्टि से जैवविविधता का संरक्षण किया जाना आवश्यक है। अतः अध्ययरत विद्यार्थियों और शोधकर्ताओं को जैवविविधिता की उपयोगिता एवं उनके संरक्षण की जानकारी से परिचित कराया जाना आवश्यक है। इस दृष्टि से प्राणिकी एवं जैव प्रौद्योगिकी अध्ययनशाला द्वारा दो दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। दिनांक 23 मई 2022 को हायर सेकण्डरी एवं बी.एससी. के विद्यार्थियों के लिए प्रश्न मंच (क्विज) प्

स्किल एनहैंसमेंट थ्रू आईसीटी वैल्यू ऐडेड कोर्सेज पर विशिष्ट व्याख्यान सम्पन्न

उज्जैन । विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन के स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी एवं आइक्यूएसी विक्रम विश्वविद्यालय के संयुक्त तत्त्वावधान में एक विशिष्ट व्याख्यान का आयोजन किया गया। यह व्याख्यान स्पोकन ट्यूटोरियल आईआईटी, बॉम्बे द्वारा “स्किल एनहैंसमेंट थ्रू आईसीटी वैल्यू ऐडेड कोर्सेज” पर केंद्रित था। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रभारी कुलपति विक्रम विश्वविद्यालय प्रोफेसर एच.पी. सिंह ने की। विशिष्ट अतिथि के रूप में प्रो प्रशांत पुराणिक, कुलसचिव, विक्रम विश्वविद्यालय उपस्थित थे। कार्यक्रम के संयोजक प्रो पी. के. वर्मा डायरेक्टर, आइक्यूएसी एवं सहसंयोजक डॉक्टर गणपति अहिरवार डायरेक्टर एस ओ ई टी थे। प्रमुख वक्ता के रूप में श्रीमती अनीता केडरे, ट्रेनिंग मैनेजर, आईआईटी, बॉम्बे स्पोकन ट्यूटोरियल उपस्थित रहीं। साथ ही समस्त प्रोफेसर, फैकल्टी एवं छात्र-छात्राएं वेबीनार से जुड़े। श्रीमती अनीता केडरे ने कहा कि विगत आठ वर्षों से मानव संसाधन विकास मंत्रालय, नई दिल्ली एवं आईआईटी, बॉम्बे द्वारा स्पोकन ट्यूटोरियल प्रोग्राम पूरे देश में चलाया जा रहा है, जिसके द्वारा लाखों विद्यार्थियों को इसका लाभ मि

राष्ट्रीय शिक्षक संचेतना के पदाधिकारियों को नियुक्ति दी गई

राष्ट्रीय शिक्षक संचेतना के सदस्यों को राष्ट्रीय पदाधिकारी, प्रदेश पदाधिकारी एवं महिला पदाधिकारियों के रूप में एक वर्ष के लिए सभी को नियुक्ति पत्र राष्ट्रीय महासचिव डॉक्टर प्रभु चौधरी द्वारा राष्ट्रीय अध्यक्ष के अनुमोदन से प्रदान किए गए जिसमें श्रीमती अर्चना लवानिया इन्दौर को मध्यप्रदेश सचिव, श्रीमती संगीता केसरवानी इन्दौर को मध्यप्रदेश उपाध्यक्ष, श्रीमती हेमा पाण्डे लखनउ को राष्ट्रीय सचिव महिला इकाई, सुश्री उर्वशी कडवे राजनांदगांव को राष्ट्रीय सचिव महिला इकाई, श्रीमती प्रभा दीपक शर्मा गाजियाबाद को उत्तर प्रदेश सचिव महिला इकाई, श्रीमती रजनी प्रभा मुजफ्फरनगर को राष्ट्रीय सचिव, सुश्री गायत्री केवट राजनांदगांव को छत्तीसगढ प्रदेश सचिव, श्रीमती प्रभा कुमारी बेगुसराय को राष्ट्रीय उपाध्यक्ष महिला इकाई एवं भारती यादव मेधा रायपुर को छत्तीसगढ प्रदेश उपाध्यक्ष एवं कार्यकारी अध्यक्ष पर मनोनी किया गया। समस्त पदाधिकारियों को राष्ट्रीय अध्यक्ष ब्रजकिशोर शर्मा राष्ट्रीय संरक्षक डॉक्टर शैलेंद्र कुमार शर्मा राष्ट्रीय मार्गदर्शक श्री हरेराम वाजपेई मार्गदर्शक डॉक्टर हरिसिंह पाल वरिष्ठ उपाध्यक्ष

मॉरीशस के प्रवासी साहित्य में जीवित हैं भारत के संस्कार

प्रवासी साहित्य : सरोकार और सम्भावनाएं पर केंद्रित अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी सम्पन्न उज्जैन । विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन की हिंदी अध्ययनशाला, पत्रकारिता एवं जनसंचार अध्ययनशाला और गांधी अध्ययन केंद्र के संयुक्त तत्वावधान में अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया। यह संगोष्ठी प्रवासी साहित्य : सरोकार और सम्भावनाएं पर केंद्रित थी। संगोष्ठी की अध्यक्षता कुलपति प्रो. अखिलेश कुमार पांडेय ने की। कार्यक्रम की अतिथि वक्ता डॉ अंजलि चिंतामणि, महात्मा गांधी संस्थान, मॉरीशस, श्री सुरेशचंद्र शुक्ल शरद आलोक, नॉर्वे, डॉ दीपक कुमार पाण्डेय, डॉ नूतन पाण्डेय, नई दिल्ली, विश्वविद्यालय के हिंदी विभागाध्यक्ष प्रो शैलेंद्रकुमार शर्मा, डॉ राजेंद्र प्रसाद मिश्र, नई दिल्ली, प्रो गीता नायक एवं डॉ जगदीश चंद्र शर्मा ने विषय के विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डाला। वाग्देवी भवन, विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन में 17 मई को आयोजित इस कार्यक्रम में मॉरीशस की हिंदी सेवी एवं प्राध्यापक डॉ अंजलि चिंतामणि को उनके विशिष्ट अवदान के लिए अतिथियों द्वारा शॉल, मौक्तिक माल एवं साहित्य भेंट कर विश्व हिंदी सारस्वत सेवा सम्मान से अलंक

मध्यप्रदेश समाचार

देश समाचार