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भारतीय सभ्यता और संस्कृति के विकास में वेदव्यास की भूमिका अविस्मरणीय है - प्रो शर्मा वेदव्यास और भारतीय गुरु शिष्य परंपरा : अवदान और सम्भावनाएँ पर अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी सम्पन्न

भारतीय सभ्यता और संस्कृति के विकास में वेदव्यास की भूमिका अविस्मरणीय है - प्रो शर्मा वेदव्यास और भारतीय गुरु शिष्य परंपरा : अवदान और सम्भावनाएँ पर अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी सम्पन्न  देश की प्रतिष्ठित संस्था राष्ट्रीय शिक्षक संचेतना द्वारा अंतरराष्ट्रीय वेब संगोष्ठी का आयोजन किया गया। संगोष्ठी वेदव्यास और भारतीय गुरु शिष्य परंपरा : अवदान और सम्भावनाएँ पर केंद्रित थी। आयोजन के मुख्य अतिथि वरिष्ठ साहित्यकार डॉ केशव प्रथमवीर, पुणे थे। मुख्य वक्ता विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन के कुलानुशासक प्रो शैलेंद्र कुमार शर्मा थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता वरिष्ठ लेखिका श्रीमती सुवर्णा जाधव, पुणे ने की। विशिष्ट अतिथि वरिष्ठ साहित्यकार श्री हरेराम वाजपेयी, इंदौर, ब्रजकिशोर शर्मा, डॉ सुनीता मंडल, कोलकाता, नरेंद्र मेहता, उज्जैन, श्री सुरेशचंद्र शुक्ल शरद आलोक, ओस्लो, नॉर्वे और संस्था महासचिव डॉ प्रभु चौधरी थे। मुख्य अतिथि डॉक्टर केशव प्रथमवीर, पुणे ने कहा कि गुरु को परमात्मा का रूप माना गया है। गीता का संदेश है कि श्रद्धावान व्यक्ति को ही ज्ञान मिल सकता है। दुनिया के सभी देशों में गुरु शिष्य के संबंध को मह

श्री अच्युतानंद गुरू अखाड़ा व्यायाम शाला न्यास, उज्जैन में गुरू पुर्णिमा महोत्सव बड़े ही हर्षो उल्लास के साथ मनाया गया

श्री अच्युतानंद गुरू अखाड़ा व्यायाम शाला न्यास, उज्जैन में गुरू पुर्णिमा महोत्सव बड़े ही हर्षो उल्लास के साथ मनाया गया   उज्जैन : श्री अच्युतानंद गुरू अखाड़ा व्यायाम शाला न्यास, उज्जैन पर शासन की कोरोना गाईड लाईन का पालन करते हुए गुरू पूर्णिमा महोत्सव बडे ही हर्षो उल्लास के साथ मनाया गया। गुरू पूर्णिमा महोत्सव कार्यक्रम में सर्वप्रथम न्यास के गुरूवर्य श्री अच्युतानंद स्वामीजी महाराज एवं गुरूवर्य स्वर्गीय श्री काशीनाथजी डकारे साहब की प्रतिमा पुष्प सज्जा एवं रोशनी की जगमगाहट के साथ सुसज्जित की गई। मुख्य अतिथी श्री अखिलबजी महाराज, न्यास अध्यक्ष माननीय श्री पारसचन्द्रजी जैन एवं न्यास के ट्र॒स्टमण्डल सदस्यों द्वारा सयुक्त रूप से माल्यापर्ण एवं दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। श्री राधेश्याम चौऋषिया ने जानकारी देते हुए बताया कि, गुरू महाराज के श्रीचरणों मे न्यास के समस्त विद्यार्थियों द्वारा गुरू पूर्णिमा के पावन पर्व पर गुरू पूजन कर उनसे आर्शिवाद लेकर मल्लखंब एवं सूर्यनमस्कार की सवा-सवा लाख उड़ियों का संकल्प लिया गया। साथ ही न्यास के पूर्व पदाधिकारीगण एवं ट्रस्टीगणो

विक्रम विश्वविद्यालय के पुरातत्व संग्रहालय को नया रूप दिया जायेगा ; विद्यार्थियों को रोजगार और कौशल विकास के नवीन पाठ्यक्रमों से नये अवसर प्राप्त होंगे ; उच्च शिक्षा मंत्री डॉ.यादव के मुख्य आतिथ्य में नवीन पाठ्यक्रम व स्टार्टअप योजना और उनके क्रियान्वयन के सम्बन्ध में परिचर्चा सम्पन्न

विक्रम विश्वविद्यालय के पुरातत्व संग्रहालय को नया रूप दिया जायेगा विद्यार्थियों को रोजगार और कौशल विकास के नवीन पाठ्यक्रमों से नये अवसर प्राप्त होंगे उच्च शिक्षा मंत्री डॉ.यादव के मुख्य आतिथ्य में नवीन पाठ्यक्रम व स्टार्टअप योजना और उनके क्रियान्वयन के सम्बन्ध में परिचर्चा सम्पन्न उज्जैन 24 जुलाई। उच्च शिक्षा मंत्री डॉ.मोहन यादव के मुख्य आतिथ्य में विक्रम विश्वविद्यालय के शलाका दीर्घा में विश्वविद्यालय में नवीन पाठ्यक्रम, स्टार्टअप योजनाएं एवं उनके क्रियान्वयन सम्बन्धी परिचर्चा का आयोजन किया गया। इस अवसर पर उच्च शिक्षा मंत्री डॉ.यादव ने कहा कि विक्रम विश्वविद्यालय के पुरातत्व संग्रहालय को नया रूप दिया जायेगा। विद्यार्थियों को रोजगार और कौशल विकास के नवीन पाठ्यक्रमों से नये अवसर प्राप्त होंगे। विक्रम विश्वविद्यालय में कम्प्यूटर विज्ञान, एग्रीकल्चर, डेयरी, पैरामेडिकल, पुलिस साइंस आदि विषयों के जुड़ने से विद्यार्थियों को रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे। उच्च शिक्षा मंत्री डॉ.मोहन यादव ने इस अवसर पर कहा कि वर्तमान दौर में विश्वविद्यालयों की विषयगत बाधाओं को तोड़ने की आवश्यकता है। वर्तमान

विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन द्वारा विभिन्न परीक्षाओं के परिणाम घोषित।

उज्जैन   : विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन के कुलानुशासक प्रो शैलेंद्रकुमार शर्मा ने बताया कि, विक्रम विश्वविद्यालय द्वारा विभिन्न परीक्षाओं के परिणाम घोषित हुए हैं, जिसे विद्यार्थी विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर जाकर देख सकते हैं...

समाज, धर्म और राजनीति की विसंगतियों को हटाने का प्रयास किया सिख गुरुओं ने - प्रो शर्मा ; गुरु परंपरा के शिखर गुरुनानक देव और गुरु गोविंदसिंह : साहित्यिक – सांस्कृतिक परिप्रेक्ष्य में पर अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी सम्पन्न

समाज, धर्म और राजनीति की विसंगतियों को हटाने का प्रयास किया सिख गुरुओं ने - प्रो शर्मा गुरु परंपरा के शिखर गुरुनानक देव और गुरु गोविंदसिंह : साहित्यिक – सांस्कृतिक परिप्रेक्ष्य में पर अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी सम्पन्न   प्रतिष्ठित संस्था राष्ट्रीय शिक्षक संचेतना द्वारा अंतरराष्ट्रीय वेब संगोष्ठी का आयोजन किया गया।  संगोष्ठी गुरु परंपरा के शिखर गुरु नानक देव और गुरु गोविंद सिंह : साहित्यिक – सांस्कृतिक परिप्रेक्ष्य में पर केंद्रित थी। आयोजन के मुख्य अतिथि वरिष्ठ साहित्यकार श्री सुरेशचंद्र शुक्ल शरद आलोक, ओस्लो, नॉर्वे थे। मुख्य वक्ता विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन के कुलानुशासक प्रो शैलेंद्र कुमार शर्मा थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता वरिष्ठ साहित्यकार श्री हरेराम वाजपेयी, इंदौर ने की। विशिष्ट अतिथि संगीता कुंद्रा, चंडीगढ़, इंदर वर्षा,  डॉ नीना सैनी, चंडीगढ़, डॉ दीपक कुमार दीप, नोएडा, पूनम गुप्ता, पटियाला, आभा साहनी, पंचकूला, रेणु अब्बी, शीला गहलावत, पंचकूला और संस्था महासचिव डॉ प्रभु चौधरी थे। वरिष्ठ साहित्यकार श्री सुरेशचंद्र शुक्ल शरद आलोक, ओस्लो, नॉर्वे ने कहा कि सिख पंथ के दस गुरुओं ने सम

गुरू पूर्णिमा पर आभासी संगोष्ठी का आयोजन होगा।

  राष्ट्रीय शिक्षक संचेतना के द्वारा गुरूपूर्णिमा के अवसर पर आभासी संगोष्ठी भारतीय सभ्यता ओर संस्कृति में गुरू पूर्णिमा युगीन परिप्रेक्ष्य में एवं गुरू शिष्य परम्परा में भारतीय संस्कारो के तत्व विषय पर आयोजित की जा रही है। उपर्युक्त जानकारी राष्ट्रीय महासचिव डॉ. प्रभु चौधरी ने देते हुए बताया कि अन्तरराष्ट्रीय संगोष्ठी के मुख्य अतिथि श्री सुरेशचन्द्र शुक्ल ओस्लो नार्वे, विशिष्ट अतिथि श्री हरेराम वाजपेयी, मुख्य वक्ता डॉ. शैलेन्द्रकुमार शर्मा कला संकाय अध्यक्ष विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन, डॉ. हरिसिंह पाल, विशिष्ट वक्ता श्री नरेन्द्र मेहता, श्री गोकुलेश्वर कुमार द्विवेदी, सचिव विश्व हिन्दी सेवा संस्थान प्रयागराज एवं डॉ. प्रभु चौधरी राष्ट्रीय महासचिव उज्जैन, डॉ. सुनीता मंडल, डॉ. शैलचन्द्रा तथा अध्यक्षता श्री विमलकुमार जैन इन्दौर करेंगे। विशेष अतिथि डॉ. दीपिका सुतोदिया, सुवर्णा जाधव मुम्बई, डॉ. उर्वशी उपाध्याय प्रयागराज, डॉ. चेतना उपाध्याय अजमेर, डॉ. रश्मि चौबे गाजियाबाद एवं डॉ. शिवा लोहारिया जयपुर रहेगी। संगोष्ठी की आयोजक डॉ. ममता झा, सहआयोजक मनीषासिंह, संयोजक लता जोशी, प्रस्तावक सुनीत

सृष्टि का जन्म स्थल छत्तीसगढ़ है। - डॉ. विनय पाठक

     जीवंत सांस्कृतिक परंपराओं से संपन्न राज्य छत्तीसगढ़ सृष्टि का जन्म स्थल है । इस आशय का प्रतिपादन छत्तीसगढ़ राजभाषा आयोग के पूर्व अध्यक्ष डॉ. विनय कुमार पाठक, बिलासपुर, छत्तीसगढ़ ने किया। राष्ट्रीय शिक्षक  संचेतना के तत्वावधान में छत्तीसगढ़ इकाई द्वारा 'छत्तीसगढ़ की संस्कृति एवं साहित्य' विषय पर आयोजित आभासी राष्ट्रीय संगोष्ठी में मुख्य अतिथि के रुप में वे मंतव्य दे रहे थे । डॉक्टर पाठक ने आगे कहा कि, छत्तीसगढ़ के शैल चित्र लाखो वर्ष पुराने हैं । छत्तीसगढ़ी संस्कृति पर श्री रामचरित मानस का प्रभाव है ।प्रभु रामचंद्र जी का ननिहाल भी छत्तीसगढ़ है। विश्व का प्रथम रंगमंच छत्तीसगढ़ होते हुए, यहां का प्रधान उत्पादन धान है।     विशेष अतिथि प्रोफेसर डॉ अनसूया अग्रवाल, महासमुंद, छत्तीसगढ़ ने कहा कि छत्तीसगढ़ की संस्कृति व परंपरा को विश्व में ख्याति प्राप्त है, जिसने जनमानस में प्रकृति के साथ सीधा और साधा नाता जोड़ा है। छत्तीसगढ़ की महिलाएं नदियों को अपना पीहर मानती हैं और अपने मन का सारा दुख दर्द उनके सामने उघाड़ कर रख देती हैं।      विशिष्ट वक्ता डॉ. सरस्वती वर्मा महासमुंद, छत्त

श्री अच्युतानंद गुरू अखाड़ा व्यायाम शाला न्यास, उज्जैन पर दिनांक 24 जुलाई-2021 को गुरू पूर्णिमा महोत्सव मनाया जायेगा

श्री अच्युतानंद गुरू अखाड़ा व्यायाम शाला न्यास, उज्जैन पर दिनांक 24 जुलाई-2021 को गुरू पूर्णिमा महोत्सव मनाया जायेगा उज्जैन : प्रति वर्षानुसार इस वर्ष भी श्री अच्युतानंद गुरू अखाड़ा व्यायाम शाला न्यास, उज्जैन पर दिनांक 24 जुलाई-2021 को शाम 6:30 बजे शासन की कोरोना गाईड लाईन का पालन करते हुए परम पूज्य गुरूवर्य आचार्य श्री अखिलेषजी महाराज के मुख्य आथित्य मे गुरू पूर्णिमा महोत्सव गुरूवर्य श्री अच्युतानंद स्वामीजी महाराज एवं गुरूवर्य स्वर्गीय श्री काशीनाथजी डकारे साहब की प्रतिमा पुष्पों से सुसज्जित कर उनके श्री चरणों मे न्यास के समस्त विद्यार्थियों द्वारा गुरू पूर्णिमा के पावन पर्व पर उनसे आर्शिवाद लेकर मल्लखंब एवं सूर्यनमस्कार की सवा लाख उड़ियों का संकल्प लिया जावेगा।  साथ ही न्यास के पूर्व पदाधिकारीगण एवं ट्रस्टीगणों जिन्होंने जीवन पर्यन्त न्यास को उन्नति की और आगे बड़ाने मे तन-मन-धन से न्यास को अपने अमुल्य समय एवं सेवाए देकर न्यास को गौरवान्वित किया ऐसे वरिष्ठजनों को परम पूज्य गुरूवर्य आचार्य श्री अखिलेषजी स्वामीजी महाराज, म.प्र. शासन के पूर्व केबिनेट मंत्री एवं उज्जैन उत्तर के लोकप

विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन द्वारा विभिन्न परीक्षाओं के परिणाम घोषित।

उ ज्जैन : विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन के कुलानुशासक प्रो शैलेंद्रकुमार शर्मा ने बताया कि, विक्रम विश्वविद्यालय द्वारा विभिन्न परीक्षाओं के परिणाम घोषित हुए हैं, जिसे विद्यार्थी विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर जाकर देख सकते हैं...

कायचिकित्सा विभाग के शोधार्थीयों का शोध प्रारंभ

उज्जैन। शासकीय धन्वन्तरि आयुर्वेद महाविद्यालय स्नातकोत्तर कायचिकित्सा विभाग में अध्यनरत एम.डी. छात्रों के शोध कार्य प्रारंभ हो चुका है। जिसमें डॉ. राधा मिश्रा द्वारा रक्‍ताल्पता (एनीमिया), डॉ. मनीष चौधरी द्वारा युवानपिडीका (पिम्पल्स) एवं डॉ. विवेक सालवी द्वारा खालित्य रोग (हेयर फॉल) पर शोध कार्य किया जा रहा है। उक्त शोध कार्य डॉ. ओ.पी. व्यास, डॉ. नरेश जैन एवं डॉ. वंदना सराफ के निर्दशन में किया जा रहा हैं।  उक्त शोधार्थी द्वारा महाविद्यालय की फार्मेसी में औषधियों का निर्माण किया गया उक्त जानकारी संस्था के प्राचार्य डॉ. जे.पी. चौरसिया एवं मीडिया प्रभारी डॉ. प्रकाश जोशी ने जनता से अपील की है कि, उक्त रोगो से पीड़ित रोगी अपना चिकित्सा परामर्श एवं निःशुल्क औषधि आगर रोड चिमनगंज थाने के पास स्थित शासकीय धन्वन्तरि आयुर्वेदिक महाविद्यालयीन चिकित्सालय के कायचिकित्सा विभाग की ओ.पी.डी. से आकर प्राप्त करे एवं श्वास रोग के निःशुल्क चिकित्सा परामर्श एवं औषधि डॉ. प्रकाश जोशी द्वारा शारीर रचना विभाग की ओ.पी.डी. से दी जाएगी। स्वास्थ्य परीक्षण का समय - प्रातः 09:00 बजे से 12:00 बजे तक। स्वास्थ्य परीक

विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन द्वारा एमएससी कम्प्युटर साइन्स चतुर्थ सेमेस्टर एवं एमए इंग्लिश चतुर्थ सेमेस्टर के परीक्षा परिणाम घोषित।

राष्ट्रीय शिक्षक संचेतना की 21 जुलाई को आभासी संगोष्ठी आयोजित।

नागदा - राष्ट्रीय शिक्षक संचेतना की 116वीं आभासी संगोष्ठी पंजाब एवं हरियाणा का संयुक्त आयोजन गुरू परंपरा के शिखर पुरूष सामाजिक एवं साहित्यीक के परिप्रेक्ष्य में गुरू नानक देव एवं गुरू गोविन्दसिंह जी को स्मरण किया जावेंग् अध्यक्ष श्री हरेराम वाजपेयी, विशिष्ट अतिथि इन्द्रवर्षा, राकेश छोकर, डॉ. पूनम गुप्त, शीला गहलावत, मुख्य वक्ता डॉ. शैलेन्द्रकुमार शर्मा, विशिष्ट वक्ता डॉ. प्रभु चौधरी, मुख्य अतिथि श्री सुरेशचन्द्र शुक्ल एवं आयोजक गरिमा गर्ग, सुनीता गर्ग, दीपककुमार दीप, राजेन्द्र सेन, आभा साहनी रहेंगे। द्वितीय सत्र छत्तीसगढ़ प्रदेश की आभासी संगोष्ठी छत्तीसगढ़ की संस्कृति एवं साहित्य पर होगी।  मुख्य अतिथि डॉ. विनयकुमार पाठक, विशिष्ट अतिथि डॉ. शहाबुद्दीन शेख, अध्यक्षता डॉ. शैलचन्द्रा, मुख्य वक्ता डॉ. सुनीता तिवारी, विशेष वक्ता डॉ. प्रभु चौधरी, विशेष अतिथि डॉ. हंसा शुक्ला, डॉ. हेमन्त पाल, डॉ. अनुसूया अग्रवाल, अनिता मंदलिवार, डॉ. सुजाता शुक्ला, डॉ. आशीष नायक, सरस्वती वर्मा, डॉ. स्वाति श्रीवास्तव, डॉ. जय भारती चन्द्राकर, आयोजक पूर्णिमा कौशिक, भुवनेश्वरी जायसवाल, नेहादास, श्री लक्ष्मीकांत वै

विलक्षण रत्नों से बढ़ा है भारत का अभिमान - प्रो शर्मा ; राजस्थान की धरा : त्याग, पराक्रम एवं महापुरुषों की कर्म स्थली पर केंद्रित राष्ट्रीय संगोष्ठी संपन्न

  विलक्षण रत्नों से बढ़ा है भारत का अभिमान - प्रो शर्मा राजस्थान की धरा : त्याग, पराक्रम एवं महापुरुषों की कर्म स्थली पर केंद्रित राष्ट्रीय संगोष्ठी संपन्न प्रतिष्ठित संस्था राष्ट्रीय शिक्षक संचेतना द्वारा राष्ट्रीय वेब संगोष्ठी का आयोजन किया गया। यह संगोष्ठी राजस्थान की धरा : त्याग पराक्रम एवं महापुरुषों की कर्म स्थली पर केंद्रित थी। आयोजन के मुख्य अतिथि विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन के कुलानुशासक प्रो शैलेंद्र कुमार शर्मा थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता राजस्थान के समाजसेवी श्री देवनारायण गुर्जर, जयपुर  ने की। विशिष्ट अतिथि श्री टीकमचंद अंजाना, जयपुर,  पदमचंद गांधी, जयपुर, श्रीमती ज्ञानवती सक्सेना, जयपुर, डॉ कृष्णा आचार्य, बीकानेर, डॉ अंजू सक्सेना, जयपुर और संस्था महासचिव डॉ प्रभु चौधरी थे। कार्यक्रम के अध्यक्ष देवनारायण गुर्जर, जयपुर ने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि राजस्थान की मिट्टी के कण कण में त्याग और वीरता है। देवनारायण जी की माता की उदात्तता को देखिए कि स्वयं भगवान को ही पुत्र बनकर उनके घर आना पड़ा। मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित कुलानुशासक विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन डॉ शैलेंद

विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन द्वारा विभिन्न परीक्षाओं के परिणाम घोषित।

उज्जैन : विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन के कुलानुशासक प्रो शैलेंद्रकुमार शर्मा ने बताया कि, विक्रम विश्वविद्यालय द्वारा विभिन्न परीक्षाओं के परिणाम घोषित हुए हैं, जिसे विद्यार्थी विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर जाकर देख सकते हैं...

कविता पांच तत्वों से बनती है - श्रीमती सुवर्णा जाधव

साहित्य की महत्वपूर्ण विधा कविता शब्द, अर्थ, भाव, कल्पना, और बुद्धि इन पांच तत्वों से बनती है। कल्पना की उड़ान तो काव्य में बहुत बड़ी होती है। इसलिए कहा जाता है कि जहां न पहुंचे रवि वहां पहुंचे कवि। इस आशय का प्रतिपादन राष्ट्रीय शिक्षक संचेतना की मुख्य कार्यकारी अध्यक्ष श्रीमती सुवर्णा अशोक जाधव ने किया। राष्ट्रीय शिक्षक संचेतना के तत्वावधान में आयोजित आभासी हिंदी-मराठी कवि सम्मेलन में वे अध्यक्षीय मंतव्य दे रही थी। श्रीमती जाधव ने कहा कि वर्तमान युग में नई कविता का प्रचलन बढ़ रहा है। नई कविता बंधन मुक्त है। नई कविता में नए प्रयोग के माध्यम से व्यक्तिगत वेदना, परिस्थिति आदि पर लिखा जाता है । उन्होंने अपनी एक हिंदी कविता प्रस्तुति में कहा –जिंदगी जीते समय एक-एक पल होता है महत्वपूर्ण। इसीलिए रंगोली में और जीवन में रोज भरे रंग ।।                राष्ट्रीय शिक्षक संचेतना के राष्ट्रीय संयोजक डॉ. शहाबुद्दीन नियाज मोहम्मद शेख, पुणे ने स्वागत भाषण में राष्ट्रीय शिक्षक संचेतना के इस अभिनव उपक्रम की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह मंच कवियों को अपनी अभिव्यक्ति के लिए सुअवसर प्रदान करता है। राष्ट्

डिजिटल दौर में पुस्तक और पत्र-पत्रिकाओं का महत्व बरकरार रहेगा - कुलपति प्रो पांडेय ; राष्ट्रीय शिक्षक संचेतना के द्विमासिक साहित्यिक पत्र संचेतना समाचार के प्रवेशांक का विमोचन हुआ ; शिक्षाविद् एवं साहित्यकारों का सम्मान हुआ

डिजिटल दौर में पुस्तक और पत्र-पत्रिकाओं का महत्व बरकरार रहेगा -  कुलपति प्रो पांडेय राष्ट्रीय शिक्षक संचेतना के द्विमासिक साहित्यिक पत्र संचेतना समाचार के प्रवेशांक का विमोचन हुआ  शिक्षाविद् एवं साहित्यकारों का सम्मान हुआ राष्ट्रीय शिक्षक संचेतना के द्विमासिक साहित्यिक पत्र संचेतना समाचार का विमोचन विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन में  संपन्न हुआ। इस पत्र का लोकार्पण विक्रम विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो अखिलेश कुमार पांडेय, कुलानुशासक प्रो शैलेंद्र कुमार शर्मा एवं संस्था अध्यक्ष श्री ब्रजकिशोर शर्मा ने किया। इस आठ पृष्ठीय बहुरंगी पत्र का विमोचन प्रधान संपादक वरिष्ठ साहित्यकार श्री हरेराम वाजपेयी, इंदौर एवं संपादक डॉक्टर प्रभु चौधरी ने  करवाया। विमोचन अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ प्रशांत पुराणिक, संस्था के उपाध्यक्ष श्री जी डी अग्रवाल इंदौर, श्री संतोष मोहंती, इंदौर आदि सहित अनेक साहित्यकार एवं शिक्षक सम्मिलित हुए। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कुलपति प्रो अखिलेश कुमार पांडेय ने कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के दौर में हम कितने भी डिजिटल हो जाएं, पुस्तकों और पत्र - पत्रिकाओं का म

विक्रम विश्वविद्यालय द्वारा अनेक परीक्षा परिणाम घोषित।

 उज्जैन : विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन के कुलानुशासक प्रो शैलेंद्रकुमार शर्मा ने बताया कि, आज भी विक्रम विश्वविद्यालय द्वारा परीक्षाओं के परिणाम घोषित हुए हैं, जिसे विद्यार्थी विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर जाकर देख सकते हैं...

संचेतना समाचार ‘प्रवेशांक‘ का विमोचन समारोह

उज्जैन - राष्ट्रीय शिक्षक संचेतना का 8 पृष्ठीय द्विमासिक मुखपत्र संचेतना समाचार प्रवेशांक का विमोचन समारोह दि. 16 जुलाई  दोप. 3 बजे मुख्य प्रशासनिक भवन विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन में होगा। यह जानकारी राष्ट्रीय महासचिव डॉ. प्रभु चौधरी ने देते हुए बताया कि विमोचन समारोह के मुख्य अतिथि प्रो. अखिलेश कुमार पाण्डेय कुलपति, विशिष्ट अतिथि डॉ. विकास दवे निदेशक साहित्य अकादमी भोपाल एवं डॉ. प्रशांत पुराणिक कुलसचिव एवं डॉ. जी. डी. अग्रवाल राष्ट्रीय उपाध्यक्ष इन्दौर तथा मुख्य वक्ता डॉ. शैलेन्द्रकुमार शर्मा कला संकायाध्यक्ष विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन एवं अध्यक्षता श्री ब्रजकिशोर शर्मा अध्यक्ष राष्ट्रीय शिक्षक संचेतना होंगे। समारोह की प्रस्तावना प्रधान सम्पादक श्री हरेराम वाजपेयी, स्वागत वक्तव्य एवं परिचय सम्पादक डॉ. प्रभु चौधरी(राष्ट्रीय महासचिव) संचालक डॉ. रेखा भालेराव तथा अतिथियो का स्वागत श्री प्रभा बैरागी, डॉ. मनीषा ठाकुर, प्रगति बैरागी, डॉ. चित्रा जैन आदि करेंगे।

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