"जल एवं वित्त" दोनों ही संसाधनों के समान संवर्धन की महती आवश्यकता - प्रो. अखिलेश पाण्डे, कुलपति, विक्रम विश्विद्यालय ; विक्रम विश्वविद्यालय में वेब सेमिनार सम्पन्न
"विक्रम विश्वविद्यालय में वेब सेमिनार सम्पन्न"
"जल एवं वित्त" दोनों ही संसाधनों के समान संवर्धन की महती आवश्यकता - प्रो. अखिलेश पाण्डे, कुलपति, विक्रम विश्विद्यालय
विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन के तत्वाधान मे महत्वपूर्ण वित्तीय वेबीनार का आयोजन हुआ।
पंडित जवाहरलाल नेहरू व्यव.प्रबन्ध संस्थान एवं आईक्यूएसी प्रकोष्ठ विक्रम वि.वि उज्जैन के निदेशक, वेबिनार संयोजक प्रो. डॉ.प्रमोद वर्मा ने ऑनलाइन आयोजित हुए इस वेबिनार के उद्देश्यो,युवाओं/प्रबन्धको के लिए वित्तिय नियोजन के महत्व की जानकारी देते हुए बताया कि विक्रम वि.वि.उज्जैन के कुलपति प्रो. अखिलेश कुमार पांडेय ने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में नवीन राष्ट्रीय शिक्षा नीति संकल्पनानुसार वितीय पाठ्यक्रम संरचनाओं को सुदृढ कर दीर्घकालिक नियोजन अपनाने पर जोर दिया।
प्रो. पाण्डे ने संस्थान के निदेशक, संकाय सदस्यों, समस्त प्रतिभागियों को 22 मार्च को 'ग्लोबल मनी वीक' के साथ साथ , "विश्व जल दिवस" आयोजन की भी शुभकामनाएं व्यक्त करते हुए "जल एवं वित्त " दोनों संसाधनों के संवर्धन एवं उत्पादन की महती आवश्यकता को गहराई से रेखांकित किया।
राष्ट्रीय स्तर के वितीय संस्थान सेबी के संयुक्त तत्वावधान में प्रतिष्ठित नरसी मोंजी इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट के एसओसी- प्रोग्राम चेयर एवं एसोसिएट प्रो. सीएमए (डॉ.)निरंजन शास्त्री ने वितीय शिक्षण की प्रासंगिकता-राष्ट्रीय शिक्षा नीति के संदर्भ में, वितीय/कर नियोजन,अधिवार्षिकी एवं एस्टेट नियोजन के अनेक आयामों पर प्रमुख वक्ता के रूप में अपने विचार अत्यंत सारगर्भित एवं जीवंत तथ्यों सहित प्रस्तुत किये।
वेबिनार के प्रारंभ में डॉ. डी. डी. बेदिया एसो.प्रोफेसर द्वारा अतिथि/प्रतिभागियों का स्वागत उदबोधन प्रस्तुत किया।
कार्यक्रम समन्वयक संस्थान के एसो. प्रो. डॉ. धर्मेन्द्र मेहता द्वारा अतिथि परिचय एवं वेबिनार तकनीकी सत्र का संचालन किया।
वेबिनार के अंत मे रोचक प्रश्नोत्तर सत्र भी आयोजित हुआ।राष्ट्रीय स्तर की शीर्ष संस्था सेबी एवं ओइसीडी द्वारा "ग्लोबल मनी वीक" के नवें संस्करण के प्रथम दिवस पर ही संयुक्त रूप से आयोजित इस महत्वपूर्ण निःशुल्क शैक्षणिक वेबिनार में संस्थान के संकायों,सहित विक्रम वि.वि.के अन्य विभागो के एवं अन्य प्रबन्ध महाविद्यालयो के शिक्षक/शोधार्थिगण/प्रतिभागिगण भी सम्मिलित हुए।
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