Skip to main content

पीएम स्ट्रीट वेंडर आत्मनिर्भर निधि योजना की वेबीनार में शामिल हुए मुख्यमंत्री, योजना में मध्यप्रदेश बना सिरमौर 

भोपाल : मंगलवार, जुलाई 28, 2020, 20:20 IST


प्रधानमंत्री स्ट्रीट वेंडर आत्मनिर्भर निधि योजना के क्रियान्वयन के प्रत्येक चरण में देश में मध्यप्रदेश पहले स्थान पर है। पीएम स्वनिधि योजना के पोर्टल पर 18 हजार 533 यानि देश के 56 प्रतिशत प्रकरणों की स्वीकृति में मध्यप्रदेश शीर्ष है। बैंक को 82 हजार 652 आवेदन यानि देश के 27 प्रतिशत प्रकरणों को प्रस्तुत करने में भी प्रदेश अग्रणी है। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान प्रधानमंत्री स्ट्रीट वेंडर्स आत्मनिर्भर निधि के वेबीनार में मध्यप्रदेश की उपलब्धियों की जानकारी दे रहे थे। वेबीनार में शहरी विकास मंत्री श्री हरदीप पुरी और सांसद श्री जे.पी. नड्डा सहित राज्यों के मुख्यमंत्री सम्मिलित हुए।


मुख्यमंत्री और प्रदेश की सराहना


केन्द्रीय शहरी विकास मंत्री श्री हरदीप पुरी ने पीएम वेंडर निधि योजना के सभी पैरामीटर में मध्यप्रदेश के अग्रणी रहने पर मध्यप्रदेश की सराहना की। उन्होंने वेबीनार में मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान की सेहत की जानकारी ली और उनके जज्बे की प्रशंसा की। वेबीनार में शामिल सांसद श्री जे.पी. नड्डा और उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्य नाथ सहित अन्य राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने भी श्री चौहान के शीघ्र स्वास्थ्य होने की कामना की है।


मध्यप्रदेश सिरमौर


मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने वेबीनार में हा कि आत्मनिर्भर भारत के तहत गत 6 जून को मुख्यमंत्री शहरी असंगठित कामगार एकीकृत पोर्टल को लांच किया था। अब तक पोर्टल पर 8 लाख 70 हजार 330 पथ विक्रेताओं का पंजीयन कराया गया है। इन विक्रेताओं में से 3 लाख 14 हजार 455 को वेंडर प्रमाण-पत्र के साथ ही परिचय पत्र भी उपलब्ध कराए गए हैं। पंजीकृत विक्रेताओं को भारत सरकार के पोर्टल में पंजीकृत किया जा रहा है। पीएम स्व निधि योजना अंतर्गत आज तक पीएम निधि पोर्टल पर मध्यप्रदेश के 18 हजार 533 ऋण प्रकरणों की स्वीकृति हो चुकी है। जो कि देश के कुल स्वीकृत प्रकरणों का 56 प्रतिशत है। पीएम स्व निधि पोर्टल पर ऋण स्वीकृति में भी देश में प्रथम स्थान पर मध्यप्रदेश है। इसके अतिरिक्त पोर्टल लांच होने के पूर्व ऑफलाइन 22 हजार 863 आवेदनों को बैंक में प्रेषित कर 14 हजार 525 आवेदनों की स्वीकृति प्राप्त की गई है।


मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बताया कि पथ विक्रेताओं को ऋण वापसी के समय 7 प्रतिशत ब्याज की राशि का भार मध्यप्रदेश सरकार द्वारा वहन किया जाएगा। राज्य शासन ने बैंकों से अनुबंध के लिए भी स्टाम्प डयूटी मात्र 50 रूपए निर्धारित की है।


इस योजना के तहत नाई, बांस की डलिया, कबाडी वाला, लोहार, पनवाड़ी, मोची, चाय की दुकान, सब्जी भाजी, फूल विक्रेता, वस्त्र विक्रेता, हथकरघा, आईसक्रीम पार्लर सहित 35 व्यवसायों को सम्मिलित किया गया है।


मुख्यमंत्री श्री चौहान ने त्वरित और प्रभावी क्रियान्वयन के लिए वेबीनार में सुझाव देते हुए कहा कि हितग्राही के आधार आधारित EKYC मोबाइल नम्बर से की जा रही है। उन्होंने मोबाइल नंबर के साथ-साथ बायोमेट्रिक आधार आधारित EKYC किये जाने से पथ विक्रेताओं के पंजीयन कार्य में तीव्रता आयेगी। उन्होंने मुख्यालयों से बैंक शाखाओं को निर्देश जारी करने की जरूरत भी बताई। श्री चौहान ने कहा कि पीएम स्व निधि पोर्टल पर 64 हजार 119 प्रकरण स्वीकृति हेतु लंबित हैं। बैंकों को समय-सीमा में ऋण प्रकरण स्वीकृत करने के लिए निर्देशित किया जाना होगा।


मुख्यमंत्री ने पीएम स्वनिधि पार्टल से मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शहरी असंगठित कामगार एकीकृत पोर्टल का एकीकरण भारत सरकार की आईटी टीम के द्वारा किए जाने की भी जरूरत बताई।


Bkk News


Bekhabaron Ki Khabar - बेख़बरों की खबर


Bekhabaron Ki Khabar, magazine in Hindi by Radheshyam Chourasiya / Bekhabaron Ki Khabar: Read on mobile & tablets - http://www.readwhere.com/publication/6480/Bekhabaron-ki-khabar


Comments

मध्यप्रदेश समाचार

देश समाचार

Popular posts from this blog

आधे अधूरे - मोहन राकेश : पाठ और समीक्षाएँ | मोहन राकेश और उनका आधे अधूरे : मध्यवर्गीय जीवन के बीच स्त्री पुरुष सम्बन्धों का रूपायन

  आधे अधूरे - मोहन राकेश : पीडीएफ और समीक्षाएँ |  Adhe Adhure - Mohan Rakesh : pdf & Reviews मोहन राकेश और उनका आधे अधूरे - प्रो शैलेंद्रकुमार शर्मा हिन्दी के बहुमुखी प्रतिभा संपन्न नाट्य लेखक और कथाकार मोहन राकेश का जन्म  8 जनवरी 1925 को अमृतसर, पंजाब में  हुआ। उन्होंने  पंजाब विश्वविद्यालय से हिन्दी और अंग्रेज़ी में एम ए उपाधि अर्जित की थी। उनकी नाट्य त्रयी -  आषाढ़ का एक दिन, लहरों के राजहंस और आधे-अधूरे भारतीय नाट्य साहित्य की उपलब्धि के रूप में मान्य हैं।   उनके उपन्यास और  कहानियों में एक निरंतर विकास मिलता है, जिससे वे आधुनिक मनुष्य की नियति के निकट से निकटतर आते गए हैं।  उनकी खूबी यह थी कि वे कथा-शिल्प के महारथी थे और उनकी भाषा में गज़ब का सधाव ही नहीं, एक शास्त्रीय अनुशासन भी है। कहानी से लेकर उपन्यास तक उनकी कथा-भूमि शहरी मध्य वर्ग है। कुछ कहानियों में भारत-विभाजन की पीड़ा बहुत सशक्त रूप में अभिव्यक्त हुई है।  मोहन राकेश की कहानियां नई कहानी को एक अपूर्व देन के रूप में स्वीकार की जाती हैं। उनकी कहानियों में आधुनिक जीवन का कोई-न-कोई विशिष्

तृतीय पुण्य स्मरण... सादर प्रणाम ।

https://m.facebook.com/story.php?story_fbid=1003309866744766&id=395226780886414 Bekhabaron Ki Khabar - बेख़बरों की खबर Bekhabaron Ki Khabar - बेख़बरों की खबर Bkk News Bekhabaron Ki Khabar, magazine in Hindi by Radheshyam Chourasiya / Bekhabaron Ki Khabar: Read on mobile & tablets -  http://www.readwhere.com/publication/6480/Bekhabaron-ki-khabar

खाटू नरेश श्री श्याम बाबा की पूरी कहानी | Khatu Shyam ji | Jai Shree Shyam | Veer Barbarik Katha |

संक्षेप में श्री मोरवीनंदन श्री श्याम देव कथा ( स्कंद्पुराणोक्त - श्री वेद व्यास जी द्वारा विरचित) !! !! जय जय मोरवीनंदन, जय श्री श्याम !! !! !! खाटू वाले बाबा, जय श्री श्याम !! 'श्री मोरवीनंदन खाटू श्याम चरित्र'' एवं हम सभी श्याम प्रेमियों ' का कर्तव्य है कि श्री श्याम प्रभु खाटूवाले की सुकीर्ति एवं यश का गायन भावों के माध्यम से सभी श्री श्याम प्रेमियों के लिए करते रहे, एवं श्री मोरवीनंदन बाबा श्याम की वह शास्त्र सम्मत दिव्यकथा एवं चरित्र सभी श्री श्याम प्रेमियों तक पहुंचे, जिसे स्वयं श्री वेद व्यास जी ने स्कन्द पुराण के "माहेश्वर खंड के अंतर्गत द्वितीय उपखंड 'कौमारिक खंड'" में सुविस्तार पूर्वक बहुत ही आलौकिक ढंग से वर्णन किया है... वैसे तो, आज के इस युग में श्री मोरवीनन्दन श्यामधणी श्री खाटूवाले श्याम बाबा का नाम कौन नहीं जानता होगा... आज केवल भारत में ही नहीं अपितु समूचे विश्व के भारतीय परिवार ने श्री श्याम जी के चमत्कारों को अपने जीवन में प्रत्यक्ष रूप से देख लिया हैं.... आज पुरे भारत के सभी शहरों एवं गावों में श्री श्याम जी से सम्बंधित संस्थाओं